दिल्ली-एनसीआर का हाल एक बार फिर बेहाल है। दीवाली से पहले ही हवाओं में प्रदूषण का जहर घुलने लगा है। आलम यह है कि घर के बाहर कदम रखते ही सांस लेने में परेशानी होने लगी है, प्रदूषण और स्मोग में सांस लेने पर गले में एक तीखी चुभन के साथ खांस-खांसकर लोगों के पेट और सीने में दर्द उठने लगा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, आज यानी 3 नवंबर, शुक्रवार के दिन दिल्ली में सुबह 7 बजे के AQI 400 से अधिक दर्ज किया गया। ऐसे में अस्थमा से पीड़ित लोगों के लिए परेशानी अधिक बढ़ गई है।

फेफड़ों में जमता प्रदूषण का काला धुआं सीधे तौर पर अस्थमा पीड़ितों को नुकसान पहुंचा रहा है, ऐसे में इस गंभीर बीमारी से पीड़ित लोगों को अपने स्वास्थ्य का खास ध्यान रखने की जरूरत है। आइए जानते हैं इस खराब स्थिति में अस्थमा के मरीज अपनी सेहत का ख्याल कैसे रखें-

इससे पहले बता दें कि अस्थमा जिसे आम भाषा में दमा के नाम से भी जाना जाता है, से पीड़ित लोगों के फेफड़ों में किसी कारणवश सूजन आ जाती है। इस सूजन के चलते पीड़ित को सांस लेने में परेशानी का सामना करना पड़ता है। वहीं, बढ़ता प्रदूषण, स्मोग और धुआं इस परेशानी को ओर अधिक बढ़ा सकता है। ऐसी स्थिति में सांस की नली में भी धीरे-धीरे सूजन बढ़ने लगती है और समय के साथ नली इतनी पतली हो जाती है कि मरीज का दम घुटने लगता है। इसे ही अस्थमा अटैक कहा जाता है।

कैसे रखें खुद का ख्याल?

  • इसके लिए जरूरी है कि आप बिना मास्क के घर से बाहर कदम ना रखें। साथ ही हर समय अपने साथ इन्हेलर जरूर रखें।
  • बॉडी को डिहाइड्रेट न होने दें। समय-समय पर पानी, नारियल पानी, नींबू पानी या छाछ आदि का सेवन करते रहें।
  • खासकर सुबह और रात के समय घर से बाहर जाने से बचें।
  • आप अपने घर के आसपान और अंदर तुलसी और मनीप्लांट आदि पौधे लगा सकते हैं, ये वातावरण की शुद्धि का काम करते हैं जिससे आपको अधिक राहत मिल सकती है।

खानपान पर दें ज्यादा ध्यान

बता दें कि इस तरह की स्थिति में आपको अपने खानपान पर भी ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है। ऐसे में जितना हो सके अपनी डाइट में हरी सब्जियां और ताजे फलों को शामिल करें, लेकिन इन्हें खाने से पहले अच्छी तरह से धो लें। साथ ही ध्यान रहे कि आप एक ही बार में अधिक खाना न खाएं, इससे अलग हर 2 से 3 घंटे में अंतराल में हेल्दी चीजों का सेवन करते रहें और ऑयली फूड्स, बाहरी फूड्स खाने से परहेज करें, ये गले में परेशानी को ओर अधिक बढ़ा सकते हैं।

इन चीजों को बनाएं डाइट का हिस्सा

अदरक

आप घर से बाहर निकलते समय मुंह में अदरक का एक टुकड़ा रखकर धीरे-धीरे इसे चबा सकते हैं। अदरक में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण फेफड़ों में सूजन को कम करने में सहायक होते हैं। ऐसे में अदरक अस्थमा से राहत दिलाने में असरदार साबित हो सकता है।

प्याज और लहसुन

आप प्याज और लहसुन को अपनी डाइट का हिस्सा बना सकते हैं। प्याज और लहसुन ऐंटीऑक्सीडेंट्स और ऐंटीफंगल एस्ट्रिजेंट के रूप में काम करते हैं, जो फेफड़ों में सांस के जरिए पहुंचने वाले पॉल्यूशन पार्टिकल्स, डस्ट पार्टिकल्स और बैक्टीरिया आदि को जमा नहीं होने देते। ऐसे में इनके सेवन से लंग्स को साफ और सुरक्षित रखने में मदद मिलती है।

हल्दी

हल्दी में करक्यूमिन नाम का शक्तिशाली एंटी-इंफ्लेमेटरी कंपाउंड होता है, जो फेफड़ों में सूजन कम करने और फेफड़ों की कार्यक्षमता में सुधार करने में मददगार साबित हो सकता है। ऐसे में आप सोने से पहले हल्दी वाले दूध का सेवन कर सकते हैं।

Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।