शरीर के सबसे महत्वपूर्ण अंगों में से एक लिवर, बॉडी में बाइल जूस को सिक्रीट कर खाने को पचाने में मदद करता है। इसके साथ ही यह खून को फिल्टर करके विषाक्त पदार्थों को दूर करने और एनर्जी को स्टोर करने में मदद करता है। लेकिन आज के समय में खराब खानपान, शराब का सेवन और अस्वस्थ जीवनशैली के कारण लोग फैटी लिवर की चपेट में जाते हैं। बता दें कि जब लिवर अपने भार से 10 गुना ज्यादा भारी हो जाता है तो इस स्थिति को फैटी लिवर कहा जाता है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञ फैटी लिवर के मरीजों को खानपान का विशेष रूप से ध्यान रखने की सलाह देते हैं। हाल ही में हुए एक अध्ययन के मुताबिक फैटी लिवर के मरीजों के लिए केले का सेवन फायदेमंद साबित हो सकता है। दरअसल जर्नल होपेटोलॉजी में प्रकाशित हुए एक लेख में कहा गया कि केले में इंडोल नामक तत्व पाया जाता है, जो फैटी लिवर को नियंत्रित करने में मदद करता है।
केले: पोषक तत्वों से भरपूर केले में विटामिन ए, विटामिन बी, विटामिन बी6, विटामिन सी, आयरन, कैल्शियम, मैगनीशियम, रिबोफ्लेविन, नियासिन, फोलिक एसिड और पोटेशियम की अच्छी-खासी मात्रा मौजूद होती है। केले में मौजूद तत्व लिवर को मजबूत करने में मदद करते हैं। इसलिए हेल्थ एक्सपर्ट्स नियमित तौर पर फैटी लिवर के मरीजों को केला खाने की सलाह देते हैं। केला न सिर्फ फैटी लिवर की समस्या को दूर करता है बल्कि पाचन को भी दुरुस्त करता है।
आंवला: फैटी लिवर के मरीज केले के अलावा आंवले का भी सेवन कर सकते हैं। आंवला शरीर को डिटॉक्सिफाई कर टॉक्सिन पदार्थों को शरीर से फल्श आउट करता है। नियमित तौर पर आंवले का जूस, सूखा आंवला या फिर आंवले का पाउडर खाने से लिवर पर मौजूद अतिरिक्त फैट को दूर करने में मदद मिल सकती है।
गोभी: एक शोध के मुताबिक गोभी, चाहे वह फूल गोभी हो या फिर पत्ता गोभी का सेवन करने से शरीर में इंडोल नामक तत्व का उत्पादन होता है, जिससे फैटी लिवर को कम करने में मदद मिलती है। ऐसे में फैटी लिवर के मरीज अपने खाने में गोभी को भी शामिल कर सकते हैं।