जिंदगी की मसरूफियत इतनी ज्यादा बढ़ गई है कि हमारे खाने-पीने से लेकर सोने- जागने तक का शड्यूल बदल गया है। हमारी व्यस्तता हमारे मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को प्रभावित कर रही है। समय पर हम खाते नहीं है और ना ही सुकून की नींद सोते हैं जिसकी वजह से हमारी बॉडी से लेकर हमारी मानसिक स्थिति तक बिगड़ने लगती है। आयुर्वेद के मुताबिक लाइफस्टाइल और खान-पान में बदलाव करके हम अपनी सेहत को दुरुस्त रख सकते हैं।

आयुर्वेद विशेषज्ञ डॉ नितिका कोहली ने इंस्टाग्राम पर आयुर्वेदिक लाइफस्टाइल टिप्स शेयर किए है जिन्हें अपनाकर आप अपने शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बना सकते हैं। अनियमित नींद चक्र और अनहेल्दी फूड्स की आदतें हमारी सेहत पर भारी पड़ रही हैं। आयुर्वेद के मुताबिक अगर हम समय पर खाएं, समय पर सोए तो हमारा मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य बेहर रहेगा। आइए जानते हैं कि आयुर्वेद के मुताबिक शाम 7 बजे तक क्यों कर लेना चाहिए डिनर? जानिए रात का खाना कैसे हमारी सेहत को प्रभावित करता है।

30-40 मिनट की एक्सरसाइज है जरूरी:

आयुर्वेद के मुताबिक संपर्ण स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए आधा घंटे की वॉक या एक्सरसाइज जरूरी है। एक्सरसाइज करने से ना सिर्फ वजन कंट्रोल रहता है बल्कि मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य भी बेहतर रहता है।

शाम 7 बजे तक डिनर करें:

रात का खाना हल्का होना चाहिए। रात का खाना दिन का आखिरी भोजन होता है, इसलिए इस बात पर अतिरिक्त ध्यान देना जरूरी है कि आप समय पर खाते है या नहीं। एक्सपर्ट ने रात का खाना शाम 7 बजे तक खाने की सलाह दी है ताकि खाना आसानी से पच जाएं। अक्सर हम रात को खाते ही बिस्तर पर चले जाते हैं जिससे उसे पचाने में दिक्कत होती है। खाना जब ठीक से पचता नहीं है तो वो बॉडी में सड़ने लगता है और मोटापा का कारण होता है। आयुर्वेद के मुताबिक रात का खाना 7 बजे तक खा लेना चाहिए।

ठंडा पानी पीने से परहेज करें:

आयुर्वेदिक डॉक्टर कोहली के मुताबिक आप ठंडा पानी पीने की आदत से परहेज करें। एक्सपर्ट के मुताबिक सेहत के लिए गर्म पानी का सेवन फायदा पहुंचाता है। गर्म पानी का सेवन करने से कब्ज, मैन्सट्रुल पेन से राहत मिलती है। गर्म पानी पाचन को दूरुस्त रखता है और वजन को भी कम करता है।

रात 10 बजे तक सोने की आदत डालें:

अच्छे मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए रात की आठ से नौ घंटे की अच्छी नींद जरूरी है। एक्सपर्ट के मुताबिक सोने का आदर्श समय रात 10 बजे और जागने का समय सुबह 6 बजे है। हम 2 बजे से 4 बजे के बीच सबसे अच्छी नींद सोते हैं। अगर आप रात को पूरी नींद नहीं सोते तो दिन में थके-थके रहते हैं और आपको दिन में नींद आने लगती है।