कैंसर को जानलेवा बीमारी कहा जाता है, जो एक बार किसी को हो जाए तो धीरे-धीरे शरीर के अंगों को प्रभावित और कमजोर करती रहती है। आजकल कैंसर महिलाओं और पुरुषों दोनों में होता है। कैंसर कई प्रकार का होता है। हालांकि, कुछ प्रकार के कैंसर, जैसे स्तन कैंसर और गर्भाशय ग्रीवा कैंसर, केवल महिलाओं में होते हैं। महिलाएं अपनी व्यस्त जिंदगी में अपने स्वास्थ्य की पूरी तरह अनदेखा करती हैं, जिसके चलते वह कैंसर जैसी खतरनाक बीमारियों का शिकार हो जाती हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारत में 6 तरह के कैंसर ज्यादा होते हैं, जिसमें फेफड़ों का कैंसर, मुंह का कैंसर, पेट का कैंसर, स्तन कैंसर, सर्वाइकल कैंसर और कोलोरेक्टल कैंसर शामिल है।
आयुर्वेदिक और यूनानी एक्सपर्ट डॉक्टर सलीम जैदी के मुताबिक, कैंसर एक ऐसा नाम है जो सुनते ही डर पैदा कर देता है और खासतौर पर महिलाओं के लिए यह खतरा और भी बड़ा बन सकता है। ब्रेस्ट कैंसर, सर्वाइकल कैंसर, ओवरी कैंसर जैसे रोग महिलाओं को सबसे ज्यादा प्रभावित करते हैं। कई बार इसके शुरुआती लक्षण इतने सामान्य होते हैं कि महिलाएं उन्हें नजरअंदाज कर देती हैं, जिससे इलाज देर से शुरू होता है और रिस्क अधिक बढ़ जाता है।
डॉ. सलीम जैदी के मुताबिक, अगर कैंसर के संकेतों को शुरुआती चरण में ही पहचान लिया जाए तो इसे काबू पाना न सिर्फ आसान होता है, बल्कि जिंदगी भी बचाई जा सकती है। चलिए आपको बताते हैं महिलाओं में दिखने वाले कैंसर के 7 लक्षण और इससे कैसे बचाव किया जा सकता है।
स्तनों में बदलाव
ब्रेस्ट कैंसर का सबसे आम संकेत स्तन में गांठ का बनना है, जो अक्सर दर्द रहित होती है। इसके अलावा निपल्स से डिस्चार्ज, रंग में बदलाव या स्किन का सिकुड़ना भी खतरनाक संकेत हो सकते हैं। हर महीने ब्रेस्ट सेल्फ एग्जामिनेशन करें और साल में एक बार मैमोग्राफी कराएं।
वजन घटना
बिना किसी कारण के तेजी से वजन घटना यानी 3 महीने में 4-5 किलो से ज्यादा अगर वजन कम हो रहा है, तो ये चिंता की बात है। वजन कम होना शरीर में चल रही किसी गंभीर बीमारी का संकेत हो सकता है। स्तन कैंसर और डिम्बग्रंथि के कैंसर से भी वजन घट सकता है। ऐसी स्थिति में ब्लड टेस्ट, थायराइड और कैंसर मार्कर की जांच कराएं।
अधिक थकान रहना
शरीर को अगर पूरी नींद और खाना मिलने के बावजूद भी हर समय थकान महसूस होती है, तो यह शरीर के अंदर किसी बड़ी बीमारी का संकेत हो सकता है। ऐसे में पूरी बॉडी का हेल्थ चेकअप और ब्लड प्रोफाइल टेस्ट कराएं।
मल त्याग में परिवर्तन
गैस, कब्ज, पाचन संबंधी समस्याएं, पेट दर्द, बार-बार पेशाब आना, जलन होना या ब्लड आना। यह ब्लैडर या सर्वाइकल कैंसर का लक्षण हो सकता है।
रक्तस्राव
मासिक धर्म के बाहर रक्तस्राव, अनियमित मासिक धर्म और मासिक धर्म के दौरान असामान्य दर्द जैसे लक्षणों को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए। ये कैंसर का संकेत भी हो सकते हैं।
खांसी और आवाज में बदलाव
लगातार खांसी, जुकाम, आवाज में बदलाव, गर्दन में गांठ, सूजन आदि को भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। ये कैंसर का संकेत भी हो सकते हैं।
त्वचा में परिवर्तन
त्वचा पर नए धब्बों का दिखना या मौजूदा धब्बों के रंग, आकार या साइज में परिवर्तन होना त्वचा कैंसर का संकेत हो सकता है।
वहीं, एम्स के पूर्व कंसल्टेंट और साओल हार्ट सेंटर के फाउंडर एंड डायरेक्टर डॉ. बिमल झाजर ने बताया अगर आपका कोलेस्ट्रॉल हाई है तो आप एनिमल फूड्स का सेवन करने से परहेज करें।