आज के समय में अनहेल्दी लाइफस्टाइल और खराब खानपान की आदत लोगों को कई गंभीर बीमारियों का शिकार बना रही हैं। इन्हीं में से एक है कोलेस्ट्रॉल बढ़ जाने की समस्या। वहीं, खासकर ठंड के मौसम में शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल दोगुनी तेजी से बढ़ता है। इससे हार्ट अटैक, हार्ट फेलियल, स्ट्रोक आदि जानलेवा स्थिति का खतरा भी अधिक बढ़ जाता है। ऐसे में अगर आप भी कोलेस्ट्रॉल के मरीज हैं, तो ये आर्टिकल आपके लिए मददगार साबित हो सकता है। इस लेख में हम आपको 5 ऐसे सूपरफूड्स बता रहे हैं, जिन्हें सर्दी के मौसम में अपनी डाइट का हिस्सा बनाकर आप बैड कोलेस्ट्रॉल के स्तर को काफी हद तक कंट्रोल कर सकते हैं।
इससे पहले जान लेते हैं कि आखिर कोलेस्ट्रॉल है क्या और क्यों ठंड के मौसम में इससे जुड़ी समस्याएं अधिक बढ़ जाती हैं?
कोलेस्ट्रॉल दरअसल वसा या मोम के जैसा एक चिपचिपा पदार्थ होता है। ये हमारे लिवर में होता है, जो कई हेल्दी सेल्स को बनाने में मदद करता है, साथ ही कुछ हार्मोन और विटामिन डी बनाने के लिए भी जरूरी है। हालांकि, शरीर में इसकी अधिक मात्रा जानलेवा हो सकती है। दरअसल, कोलेस्ट्रॉल के दो प्रकार हैं। पहला एचडीएल कोलेस्ट्रॉल (HDL Cholesterol), जिसे बॉडी के लिए अच्छा माना जाता है और दूसरा एलडीएल कोलेस्ट्रॉल (LDL Cholesterol), जिसे बैड कोलेस्ट्रॉल के नाम से भी जाता है।
ज्यादा ऑयली, अनहेल्दी खाना खाने और शारीरिक स्थिरता के चलते शरीर में एलडीएल कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ने लगती है। ऐसे में ये धीरे-धीरे नसों के अंदरूनी हिस्सों में जमकर ब्लड सर्कुलेशन को प्रभावित करने लगता है। इसका हाई लेवल शरीर के किसी भी भाग की धमिनयों को ब्लॉक कर देता है। वहीं, खून का रुकना हार्ट अटैक, हार्ट फेलियर, स्ट्रोक और पैरालाइसिस का कारण बन जाता है।
सर्दी में क्यों अधिक बढ़ जाती है परेशानी?
दरअसल, सर्दी के मौसम में डाइट और लाइफस्टाइल दोनों में ही काफी बदलाव होते हैं। इस मौसम में न केवल लोग चाय-पकौड़े, परांठे, समोसे जैसा अधिक तला-भुना, ऑयली खाना खाते हैं बल्कि आलस और सर्दी के सितम के चलते एक्सरसाइज या अन्य कोई शारीरिक गतिविधि करने से भी बचने लगते हैं। इसके अलावा ठंड में शरीर की गर्मी को संरक्षित करने के लिए धमनियां सिकुड़ जाती हैं, ऐसे में ये कोलेस्ट्रॉल से पीड़ित लोगों के लिए और अधिक खतरनाक हो सकता है।
इन फूड्स से टाला जा सकता है खतरा
ओट्स
कोलेस्ट्रॉल को कम करने के लिए ओट्स को डाइट का हिस्सा बनाना बेहद फायदेमंद माना जाता है। दरअसल, ओट्स में घुलनशील फाइबर की अच्छी मात्रा मौजूद होती है। वहीं, घुलनशील फाइबर रक्तप्रवाह में कोलेस्ट्रॉल के अवशोषण को कम करने में मददगार है। ऐसे में ओट्स का सेवन आपके लिए फायदेमंद हो सकता है।
पालक
ठंड के मौसम में पालक का साग खूब खाया जाता है। वहीं, पालक का सेवन भी बैड कोलेस्ट्रॉल की परेशानी से राहत दिलाने में असरदार हो सकता है। पालक में फाइबर के साथ-साथ ल्यूटिन नामक कैरोटीनॉयड एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है, जो भी कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम करने में असरदार माना जाता है। ऐसे में आप पालक को अपनी डाइट का हिस्सा बना सकते हैं। इसके लिए आप साग के साथ-साथ पालक का जूस भी पी सकते हैं। ये भी आपकी सेहत को कई तरह से फायदा पहुंचाने में मददगार है।
चिया सीड्स
ओमेगा-3 फैटी एसिड, फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर चिया सीड्स आमतौर पर वेटलॉस के लिए जाने जाते हैं। हालांकि, चिया सीड्स का सेवन बॉडी से बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करने में भी मदद कर सकता है। चिया सीड्स में भी
घुलनशील फाइबर की अच्छा मात्रा पाई जाती है, साथ ही इसमें मौजूद ओमेगा-3 फैटी एसिड दिल की सेहत को दुरुस्त रखता है।
लहसुन
आप लहसुन को अपनी डाइट का हिस्सा बनाकर कोलेस्ट्रॉल और इससे जुड़ी समस्याओं के खतरे को टाल सकते हैं। दरअसल, लहसुन में कोलेस्ट्रॉल को कम करने वाले एलिसीन और मैगनी जैसे कंपाउंड पाए जाते हैं, जो शरीर से बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करते हैं।
आंवला
इन सब के अलावा एनसीबीआई की रिपोर्ट के अनुसार, हाई कोलेस्ट्रॉल की समस्या में आंवला भी काफी फायदेमंद साबित होता है। आंवला खाने से शरीर का ब्लड सर्कुलेशन और ब्लड प्रेशर ठीक रहता है, साथ ही आंवला में भरपूर मात्रा में मौजूद विटामिन सी और साइट्रिक एसिड एक क्लींजर की तरह काम कर बैड फैट के कणों को पिघलाकर इसे शरीर से बाहर निकालने में मदद करता है। इस प्रकार से ये बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मददगार साबित हो सकता है।
Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।