जिंदगी की मसरूफियत इतनी ज्यादा बढ़ गई है कि हम काम में खुद को भूल जाते हैं। बढ़ती जिम्मेदारियों को निभाने के लिए ऑफिस में 9-10 घंटे काम करते हैं और घर आकर भी काम में जुट जाते हैं। वर्कहॉलिक होना बुरी आदत नहीं, लेकिन ये आदत आपकी मानसिक और शारीरिक सेहत को भी बिगाड़ सकती है। लंबे समय तक काम करना आपकी डेलीरूटीन है लेकिन ये रूटीन खामौशी से आपके दिल को नुकसान पहुंचा रही है, साथ ही आपको हाई ब्लड प्रेशर का मरीज भी बना रही है।
लंबे समय तक काम करने से तनाव बढ़ता है, शारीरिक गतिविधि कम हो जाती है और अनहेल्दी डाइट का सेवन करने की आदतें बनती हैं जो आपके स्लीपिंग साइकिल को बिगाड़ती हैं। बॉडी में होने वाली ये सभी हरकते हाई ब्लड प्रेशर का कारण बन सकती हैं। समय के साथ आपके शरीर पर चुपचाप पड़ने वाला ये दबाव आपको दिल के रोगों का शिकार बना सकता है।
अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन द्वारा किए गए एक अध्ययन के मुताबिक जो लोग हर हफ्ते 49 घंटे या उससे ज्यादा काम करते हैं, उनमें मास्क्ड हाइपरटेंशन (डॉक्टर के पास सामान्य लेकिन बाकी समय पर हाई ब्लड प्रेशर) का खतरा 70% अधिक पाया गया और सस्टेन्ड हाइपरटेंशन (लगातार हाई ब्लड प्रेशर) का खतरा 66% अधिक था। यह जोखिम पुरुषों और महिलाओं दोनों में समान पाया गया।
अगर आप भी वर्कहॉलिक हैं तो आप अपने काम के घंटें सीमित करें और अपनी डाइट और लाइफस्टाइल में बदलाव करें। एम्स के पूर्व कंसल्टेंट और साओल हार्ट सेंटर के फाउंडर एंड डायरेक्टर डॉ बिमल झांजर के मुताबिक अगर आप दिल को हेल्दी रखना चाहते हैं और बॉडी को बीमारियों से बचाव करना चाहते हैं तो हेल्दी डाइट और हेल्दी लाइफस्टाइल को अपनाएं। बीपी को नॉर्मल रखने के लिए काम से समय-समय पर ब्रेक लेना बेहद जरूरी है। आइए जानते हैं कि हम कौन-कौन से टिप्स को अपनाकर बीपी को हमेशा नॉर्मल कर सकते हैं।
- वजन को कम करें: अगर आप चाहते हैं कि आपका बीपी नॉर्मल रहे तो आप अपने वजन को कंट्रोल करें। आप अपना BMI जानें और अपने वेस्ट साइज पर नजर रखें। वजन का ब्लड प्रेशर पर बड़ा असर होता है। हाइपरटेंशन जर्नल के अनुसार न सिर्फ आपका मौजूदा वजन, बल्कि समय के साथ वजन बढ़ना भी ब्लड प्रेशर को बढ़ाने से जुड़ा है। बढ़ता वजन हाई ब्लड प्रेशर और दिल की बीमारियों के जोखिम को बढ़ा सकता हैं, इसलिए वजन को नियमित रूप से मॉनिटर करना बेहद ज़रूरी है।
- हेल्दी डाइट का सेवन करें: अगर आप चाहते हैं कि आपका ब्लड प्रेशर नॉर्मल रहे तो आप हेल्दी डाइट का सेवन करें। हाई ब्लड प्रेशर को रोकने के लिए डाइट में साबुत अनाज, ताजे फल और सब्जियां, लो-फैट डेयरी प्रोडक्ट, लीन मीट जैसे मछली और चिकन, दालें, मेवे और सीड्स का सेवन करें।
- रेगुलर एक्सरसाइज करें: बॉडी को एक्टिव रखकर आप क्रॉनिक बीमारियों जैसे बीपी और शुगर से बचाव कर सकते हैं। बॉडी को एक्टिव रखकर आप दिल के रोगों से बचाव कर सकते हैं। ब्रिटिश हार्ट फाउंडेशन सप्ताह में कम से कम 150 मिनट का मध्यम तीव्रता वाली एरोबिक एक्सरसाइज करने की सलाह देता है। आप तेज वॉक कर सकते हैं, साइकिल चलाना या तैराकी करने जैसी एक्सरसाइज हफ्ते में पांच दिन कर सकते हैं।
- नशीले पदार्थों से दूर रहें: शराब और धूम्रपान दोनों ही हाई ब्लड प्रेशर के सामान्य जोखिम कारक हैं। स्मोकिंग की आदत आपके दिल की सेहत को नुकसान पहुंचा सकती है। अगर आप शराब पीते हैं, तो सिर्फ एक ड्रिंक से ज्यादा रोज नहीं पिएं। अगर आप धूम्रपान करते हैं तो अपनी इस आदत को तुरंत छोड़ दें।
- तनाव को कंट्रोल करें: क्रॉनिक स्ट्रेस लंबे समय तक हाई ब्लड प्रेशर का कारण बन सकता है। अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के अनुसार तनाव के समय शरीर ऐसे हार्मोन छोड़ता है जो दिल की धड़कन तेज कर देते हैं और रक्त वाहिकाओं को संकुचित कर देते हैं जिससे ब्लड प्रेशर बढ़ता है। तनाव कंट्रोल करने के लिए आप योग या ध्यान का अभ्यास करें।
- नमक और चीनी का सीमित सेवन करें: अगर आप हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करना चाहते हैं तो आप नमक और चीनी का सेवन सीमित करें। अधिक नमक आपके शरीर में पानी को रोक कर रखता है, जिससे ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है। कोशिश करें कि दैनिक नमक की मात्रा लगभग एक छोटा चम्मच से कम रहे। पैकेज्ड और प्रोसेस्ड फूड में नमक छिपा हुआ है इनका सेवन सीमित करें।
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