पेट की चर्बी बढ़ते ही पर्सनालिटी भद्दी दिखने लगती है। पेट बाहर आने लगता है और कपड़े फिट नहीं आते। कुछ लोगों की पूरी बॉडी फिट होती है लेकिन पेट पर चर्बी की परत ज्यादा जमा होती है जिससे शर्ट के बटन तक बार-बार खुलते रहते हैं। पेट की चर्बी सिर्फ शर्मिंद ही नहीं  करती बल्कि आपको क्रॉनिक बीमारियों का भी शिकार बनाती है। जी हां, पेट की ये चर्बी आपको डायबिटीज जैसी बीमारी का शिकार बना सकती है। जिन लोगों के पेट पर चर्बी ज्यादा जमा हो रही है उनको डायबिटीज की बीमारी हो सकती है।

अगर आपका पेट दिनो दिन कपड़ों से बाहर निकल रहा है तो आप अपनी कमर का नाप मालूम कर लें। जिन पुरुषों के पेट की नाप 40 इंच से ज्यादा है उन्हें खासतौर पर सतर्क होने की जरुरत है। आपके पेट का साइज बताता है कि आप डायबिटीज के बड़े रिस्क पर हैं। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि पेट की चर्बी और डायबिटीज का क्या कनेक्शन है और इस रिस्क को कम करने के लिए पेट की चर्बी कैसे कम करें।

पेट की चर्बी और डायबिटीज का क्या कनेक्शन है?

बेली फैट वो फैट है जो आब्डोमिन में जमा होता है। ये फैट दो जगह पर जमा हो सकता है एक सबक्यूटेनिस टिशू यानि स्किन के नीचे जमा होता है। दूसरा फैट होता है विसरल फैट जो आंतों,किडनी और लिवर के आस-पास जमा होता है।

पारस हेल्थ, गुरुग्राम में एंडोक्रिनोलॉजी में वरिष्ठ सलाहकार, डॉ.आशुतोष गोयल ने बताया कि पेट की चर्बी और डायबिटीज रिस्क को लेकर अमेरिका और WHO ने कई रिसर्च की हैं। रिसर्च के मुताबिक अगर आपका बैली फैट ज्यादा है या एप्पल टाइप ओबेसिटी है तो इससे इंसुलिन रेजिस्टेंस बढ़ जाता है जिससे पैंक्रियाज को ज्यादा इंसुलिन का उत्पादन करना पड़ता है। पैंक्रियाज इंसुलिन का उत्पादन सिर्फ कुछ सालों के लिए ही करता है उसके बाद इंसुलिन की पैदावार कम होने लगती है और पेशेंट डायबिटीज का शिकार हो जाता है।

बॉडी में फैट टिशू से कुछ कैमिकल रिलीज होते हैं जिससे शरीर में सूजन आ सकती है जिससे डायबिटीज का खतरा बढ़ने के साथ ही दिल के रोगों का खतरा भी बढ़ने लगता है। ये फैट हमारे लिवर को भी नुकसान पहुंचा सकता है। अगर बेली फैट 40 इंच से ज्यादा चौड़ा हो गया है तो पुरुषों में ये डायबिटीज का रिस्क पैदा करता है। महिलाओं में अगर पेट का साइज 36 इंच से ज्यादा है तो उनमें डायबिटीज का खतरा बढ़ने लगता है।

मोटापा बढ़ाने के लिए जिम्मेदार कारक

  • बाहर का ज्यादा खाना
  • फैटी फूड और प्रोसेस फूड का ज्यादा सेवन
  • ज्यादा कैलोरी वाले फूड
  • हाई ग्लाइसेमिक इंडेक्स फूड्स का सेवन
  • फलों के जूस का ज्यादा सेवन करने से पेट के आस-पास फैट बढ़ता है।

फैट को कम करने के लिए करें ये काम

  1. बैलेंस डाइट का सेवन करें। सादा और सभी पोषक तत्वों वाला खाना खाएं।
  2. ज्यादा कार्ब्स और हाई ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले फूड का सेवन करने से बचें।
  3. वजन को कम करने के लिए ट्रांस फैट और सैचुरेटिड फैटी एसिड वाली चीजों से परहेज करें।
  4. बाहर के खाने से परहेज करें। कोल्ड ड्रिंक, सोडा और फलों के जूस के जूस का सेवन करने से परहेज करें। ये सभी तेजी से फैट बढ़ाते हैं।
  5. बॉडी को एक्टिव रखें। रेगुलर एक्सरसाइज करें। अमेरिकन डायबिटीज एसोसिएशन की गाइडलाइन के मुताबिक हफ्ते में 150 मिनट की मॉडरेट एक्सरसाइज जरुर करें। इस एक्सरसाइज में आप तेज-तेज चलें,साइकिल चलाएं,स्विमिंग करें,बैडमिंटन और फुटबॉल खेलें।
  6. स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज करें। इसमें आप योग का सहारा ले सकते हैं।
  7. तनाव को कंट्रोल करें। तनाव की वजह से कार्टिसोल हॉर्मोन बढ़ता है जिससे बैली फैट बढ़ सकता है।
  8. पर्याप्त नींद लें और धूम्रपान से परहेज करें।

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