Anjali Marar
Biparjoy Latest News: मौसम विभाग ने कहा है कि इस सप्ताह गुजरात, महाराष्ट्र समेत दक्षिण भारत के राज्यों में ‘बिपरजॉय’ (Biparjoy) नामक गंभीर चक्रवाती तूफान आने की आशंका है। इस दौरान 125-135 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। रफ्तार 150 किमी प्रति घंटे तक भी पहुंच सकती है। मौसम विभाग के मुताबिक गुरुवार (15 जून) को गुजरात में मांडवी और पाकिस्तान में कराची के बीच लैंडफॉल की आशंका है।
किसने रखा ‘बिपरजॉय’ नाम?
‘बिपरजॉय’ (Biparjoy) तूफान का नाम बांग्लादेश ने रखा है। यह बंगाली नाम है और इसका मतलब होता है ‘आपदा’। तमाम देशों को किसी भी तूफान का नाम रखने का बारी-बारी से मौका मिलता है। इसके लिए कुछ नियम भी बने हुए हैं।
कौन रखता है तूफान का नाम?
दुनिया भर में 6 रीजनल स्पेशलाइज्ड मेट्रोलॉजिकल सेंटर्स (Regional specialised meteorological centres (RSMCs) ) हैं। जबकि 5 रीजनल ट्रॉपिकल साइक्लोन वार्निंग सेंटर्स हैं (Regional Tropical Cyclone Warning Centres)। इन्हीं रीजनल सेंटर को तूफान से जुड़ी एडवाइजरी जारी करने और तूफान का नाम रखने का अधिकार प्राप्त है।
क्या है भारत की भूमिका?
इंडियन मेट्रोलॉजिकल डिपार्टमेंट (IMD) दुनिया के 6 रीजनल स्पेशलाइज्ड मेट्रोलॉजिकल सेंटर्स (RSMC) में से एक है, जो 13 देशों को उष्णकटिबंधीय चक्रवात और तूफान से जुड़ी एडवाइजरी जारी करता है। इन देशों में भारत के अलावा बांग्लादेश, ईरान, मालदीव्स, म्यामार, ओमान, पाकिस्तान, कतर, सऊदी अरब, श्रीलंका, थाईलैंड, UAE और यमन शामिल हैं।
भारत कब नाम दे सकता है?
नई दिल्ली स्थित रीजनल स्पेशलाइज्ड मेट्रोलॉजिकल सेंटर्स (RSMC) बंगाल की खाड़ी यानी (BOB), अरब सागर से लेकर हिंद महासागर में बनने वाले उष्णकटिबंधीय चक्रवाती तूफान को नाम देने का अधिकार प्राप्त है। कुल मिलाकर विभिन्न महासागरों में बनने वाले साइक्लोन का नाम वहां के रीजनल RSMC रख सकते हैं।
क्या हैं नियम?
जो देश चक्रवाती और उष्णकटिबंधीय तूफान का नाम रख रहा है, उसे कई नियम भी फॉलो करने होते हैं। जैसे तूफान का नाम पूरी तरह न्यूट्रल होना चाहिए। किसी भी तरह की राजनीति और राजनीतिक विचारधारा, धार्मिक विश्वास, संस्कृति, लिंग से उसका कोई जुड़ाव नहीं होना चाहिए। तूफान का नाम ऐसा होना चाहिए जो दुनिया की किसी भी आबादी अथवा देश को किसी भी तरह से आहत न करे। तूफान का नाम अपमानजनक नहीं होना चाहिए। ऐसा हो जिसे आसानी से पढ़ा या बोला जा सके।
भारत ने क्या दिया है अगले साइक्लोन का नाम?
सबसे बड़ी बात यह है कि तूफान का नाम अधिकतम 8 अक्षर का ही रखा जा सकता है। अब अगले तूफान का नाम रखने की बारी भारत की है। भारत ने ‘तेज’ नाम रखने का सुझाव दिया है।
