Gujarat Assembly Election Results 2022 Analysis: गुजरात विधानसभा चुनाव (Gujarat Assembly Election 2022) में भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने 156 सीटों पर जीत दर्ज कर रिकॉर्ड बना दिया। गुजरात (Gujarat) के गठन के बाद इतनी सीटें जीतने वाली बीजेपी पहली पार्टी बन गई। साल 2002 में जब बीजेपी (BJP) सत्ता में आई थी तब तकरीबन 70 फीसदी सीटिंग विधायकों ने दोबारा चुनाव लड़ा था लेकिन चुनाव दर चुनाव यह आंकड़ा घटता गया। हालांकि इस बार के विधानसभा चुनाव में यह आंकड़ा बढ़ा है। 

इस बार कितने MLA दोबारा चुनाव लड़े?

2022 यानी इस बार के विधानसभा चुनाव में 182 सीटिंग विधायकों में से 126 ने दोबारा चुनाव लड़ा। इसी तरह साल 2017 में 112 सीटिंग विधायकों ने चुनाव लड़ा था। बीजेपी (BJP) की बात करें तो साल 2017 में उसने अपने 78 सीटिंग विधायकों को दोबारा मैदान में उतारा था, इस बार यह आंकड़ा घटकर 72 पर पहुंच गया। उधर कांग्रेस (Congress) ने इस बार अपने 51 विधायकों में से 31 को दोबारा मैदान में उतारा था।

BJP ने बनाया रिकॉर्ड लेकिन नहीं टूटा 2002  का ये रिकॉर्ड

साल 1967 में हुए पहले चुनाव के बाद साल 2002 में सर्वाधिक 81.9% सीटिंग विधायकों ने दोबारा चुनाव लड़ा और इनमें से 55.3% सफल रहे। साल 2007 में 76.4% सीटिंग विधायक चुनावी मैदान में उतरे और 49% सफल रहे। 2012 में 69.8% विधायकों ने दोबारा चुनाव लड़ा और सिर्फ 59% सफल रहे। इसी तरह 2017 में 61.5% विधायकों ने दोबारा अपनी किस्मत आजमाई थी और 59.8 प्रतिशत सफल रहे थे। इस बार यानी 2022 के विधानसभा चुनाव में 69.2% सीटिंग विधायकों ने किस्मत आजमाई और 65.% सफल रहे। 

इस बार BJP  का स्ट्राइक रेट सुधरा, कांग्रेस को भारी नुकसान 

साल 2002 के बाद से दोबारा चुनाव लड़ने वाले विधायकों के आंकड़ों पर नजर डालें तो 2002 के चुनाव में बीजेपी के 70%, साल 2007 में 64.2%, साल 2012 में 67.5%, साल 2017 में 68% और 2022 में 86.1% सीटिंग विधायकों (Sitting MLAs) ने दोबारा बाजी मारी। इसी तरह कांग्रेस (Congress) की तरफ से साल 2002 में दोबारा चुनाव लड़ने वालों में 36.5%, साल 2007 में 42.6%, 2012 में 64.9%, साल 2017 में 71% विधायक सफल रहे थे। इस बार यह आंकड़ा घटकर महज 19.6% रह गया। यानी कांग्रेस को भारी नुकसान हुआ है।

182 में 86 पहली बार बने विधायक

गुजरात विधानसभा चुनाव (Gujarat Assembly Election 2022) में इस बार पहली बार विधायक बनने वाले नेताओं का आंकड़ा भी लगभग पिछली बार के बराबर ही है। इस बार कुल 86 विधायक ऐसे हैं जो पहली बार चुनकर आए हैं जबकि 2017 में यह आंकड़ा 88 था। इस बार के 86 नए विधायकों में से अकेले 64 बीजेपी के हैं, जबकि 3 कांग्रेस के हैं और 5 आम आदमी पार्टी (AAP) के हैं, जो इस बार पहली बार चुनावी मैदान में उतरी थी। 

BJP के ये 2 विधायक आठवीं बार जीतकर पहुंचे विधानसभा में  

ओवरऑल आंकड़ों पर नजर डालें तो इस बार कुल 182 विधायकों में से 86 पहली बार और 40 दूसरी बार विधायक बने हैं, जबकि 56 ऐसे हैं जो 2 से ज्यादा बार जीत चुके हैं। इनमें बीजेपी के टिकट पर द्वारका से जीतने वाले पाबुभा वीरमभा माणिक और मंझलपुर से जीतने वाले योगेश भाई नरणदास पटेल आठवीं बार विधायक बने हैं। इसी तरह कांग्रेस की तरफ से अमित चावड़ा ऐसे उम्मीदवार हैं जो आंकलव सीट से दूसरी बार जीते हैं।