अपनी ठसकदार बुलंद, कड़क आवाज और चाल-ढाल की मदमस्त की वजह से शत्रुघ्न सिन्हा ने जल्द ही फिल्म इंडस्ट्री में अपनी पहचान बनाई थी। उनके मुंह से निकलने वाले शब्द बंदूक की गोली समान होते थे, इसलिए उन्हें ‘शॉटगन’ का टाइटल भी दे दिया गया। इसके अलावा खामोश… शब्दा का इस्तेमाल जितना शत्रुघ्न के लिए इस्तेमाल होता है शायद ही किसी दूसरे एक्टर के लिए होता होगा। भले ही शत्रुघ्न ने फिल्मों में खमोश कहकर बड़े-बड़े खलनायों की बोलती बंद की होगी लेकिन उस वक्त पिता के सामने वह खुद खामोश हो गए थे। जब उन्होंने एक भूल कर दी थी। शत्रुघ्न की एक हरकत की वजह से पिता पहले तो घबरा गए थे। इसके बाद जब शत्रुघ्न घर पहुंचे तो पिता ने जमकर क्लास ली थी।

यह वाकया उन दिनों का है जब शत्रुघ्न सिन्हा फिल्म एण्ड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ पुणे में पढ़ रहे थे। छुट्टियां होने पर घर जाने की तैयारी कर ली और ट्रेन की टिकट बुक करा ली लेकिन एक भूल कर बैठे। भूल की वजह से शत्रुघ्न सिन्हा ने ऐसी हरकत कर दी जिसकी वजह से पिता घबरा गए थे। जब शत्रुघ्न घर पहुंचे तो पिता ने उनकी जमकर क्लास लगाई थी।

दरअसल शत्रुघ्न सिन्हा घर जाने की जल्दबाजी में घर बताना भूल गए थे कि वह छुट्टियों में घर आ रहे हैं। तबतक चिट्ठी भेजने का समय भी निकल चुका था क्योंकि चिट्ठी पहुंचने से पहले शायद वह खुद घर पहुंच जाते। इसलिए शत्रुघ्न ने परिवार को लौटने की खबर करने के लिए मनीऑर्डर घर भिजवा दिया।

यहां सुनें यह रोचक किस्सा- 

कुछ दिन बाद शत्रु घर पहुंचे तो सभी उनसे मिले, खुश हुए लेकिन पिता कमरे में बैठे थे। शत्रु पिता से मिलने उनके कमरे में गए थे तो पिता का पारा आसमान छू रहा था। पिता ने गुस्से में शत्रुघ्न से पूछा कि मनीऑर्डर क्यों भेजा था। उन्होंने जवाब में देरी की बात बता दी लेकिन पिता का गुस्सा अब भी कम नहीं हो रहा था। पिता ने शत्रुघ्न को जमकर सुनाया। पिता भूवनेश्वरी सिन्हा ने बताया कि वह मनीऑर्डर देखकर काफी घबरा गए थे। पिता का गुस्सा और घबराहट दोनों जायज था क्योंकि उस दौर में मनीऑर्डर का मतलब इमरजेंसी की तरह समझा जाता था।