पीएम नरेंद्र मोदी के पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का उद्घाटन करने के बाद सपा प्रमुख अखिलेश यादव बुधवार को गाजीपुर पहुंचे। भारी भीड़ में पहुंचे यूपी के पू्र्व सीएम अखिलेश यादव से इस दौरान एक सवाल पूछ लिया गया। दरअसल, अखिलेश यादव ने अभी तक कोरोना वैक्सीन नहीं लगवाई है। इस बारे में सवाल पूछते हुए कहा गया कि क्या इससे जनता में गलत मैसेज नहीं जा रहा? इस पर अखिलेश यादव ने भी जवाब दिया।
अखिलेश यादव से पूछा गया था- ‘इतनी सारी भीड़ है, अभी भी आपने वैक्सीन नहीं ली है! आपको रिस्क नहीं लग रहा है?’ इस पर अखिलेश यादव ने जवाब में कहा- ‘मुझे हो चुका है कोरोना, और कई स्टडीज ये कहती हैं कि जिनको कोरोना हो चुका है बहुत जल्दी उनको नहीं होने वाला।’ एनडीटीवी के रिपोर्टर द्वारा कहा गया, ‘नहीं-नहीं लेकिन कईं लोगों को दोबारा भी हो रहा है। ऐसे में पूर्व सीएम ने कहा- ‘जिन्होंने वैक्सीन ले ली उन्हें भी दोबारा हो रहा है।’
अखिलेश यादव से कहा जाता है कि- ‘फिर भी वैक्सीन से रिस्क तो कम होता है। इस पर अखिलेश यादव अपनी बात फिर दोहराते हैं। वह कहते हैं- ‘जिनको कोरोना एक बार हो गया है, उनको फिर ऐसे कोरोना नहीं होगा। जिस दिन भारत का झंडा उस सर्टिफिकेट में लग जाएगा मैं वैक्सीन ले लूंगा। क्या दुनिया में किसी राष्ट्रपति-प्रधानमंत्री ने कोरोना वैक्सीन के सर्टिफिकेट पर अपनी तस्वीर लगाई है? अमेरिका, यूरोप या बगल के चीन में लगी?’
ऐसे में अखिलेश यादव से पूछा जाने लगा- ‘माना कि लगी है, लेकिन पर्सनली रिस्क है। पब्लिक में ये मैसेज भी जा रहा है। साइंस ये बताता है कि वैक्सीन से कोरोना का रिस्क कम होता है।’ इस पर अखिलेश यादव बहस करते हुए कहते हैं- ‘क्या आप उस बात को भी नकार देंगे कि जिन लोगों को कोरोना हो चुका है उनको रिस्क कम है। वैक्सीन लगने के बाद भी बहुत लोगों को कोरोना हो रहा है। बात बिना वैक्सीन के इलेक्शन में उतरने की नहीं है। बात है इस तरह का विकास होगा कि नहीं होगा यूपी का? मुझे खुशी है इस बात की कि मैं कम से कम देश को इतना अच्छा इंफ्रास्ट्रक्चर दे सकता हूं।’
बताते चलें, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने गाजीपुर के पखनपुरा में जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा। इस दौरान अखिलेश यादव ने कहा- ‘पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का सपना बीजेपी का नहीं था। गाजीपुर से लखनऊ को जोड़ने का सपना समाजवादियों का था, जिसके लिए पांच साल पहले पूर्वांचल एक्सप्रेसवे की आधारशिला रखी गई थी।’