देश में इमरजेंसी लगे 50 साल (50 Years Of Emergency) पूरे हो चुके हैं। तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा 25 जून, 1975 लगाई गई इमरजेंसी इतिहास का काला पन्ना रहा है। उस समय देश में ऐसा तूफान उठा था, जिससे हर एक भारतीय को जूझना पड़ा था। ये काला अध्याय आज भी लोगों के जहन में बुरे सपने की तरह जिंदा है। ऐसे में आपातकाल के 50 साल पूरे होने पर पीएम नरेंद्र मोदी ने एक्स अकाउंट से एक पोस्ट शेयर की, जिसमें उन्होंने इस दंश को याद करते हुए अपना दर्द बयां किया। पीएम ने पोस्ट में लिखा कि इसके तहत संविधान की मूल भावना कुचली गई थी, जिस पर बॉलीवुड एक्टर ने निशाना साधते हुए तंज कसा।
दरअसल, आपातकाल के 50 साल पूरे होने पर पीएम मोदी की पोस्ट पर तंज कसने वाला एक्टर कोई और नहीं बल्कि कमाल राशिद खान उर्फ केआरके हैं। केआरके सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं। वो सामाजिक मुद्दों से लेकर बॉलीवुड स्टर्स और उनकी फिल्मों को लेकर खूब पोस्ट शेयर करते रहते हैं। कई बार उन्हें ट्रोल्स का सामना भी करना पड़ता है। ऐसे में अब उन्होंने आपातकाल को लेकर शेयर की गई पोस्ट पर पीएम मोदी पर निशाना साधने का मौका नहीं छोड़ा।
केआरके ने पीएम मोदी के आपातकाल वाले बयान की पोस्ट को शेयर करते हुए लिखा, ‘सर, हमें तो पता नहीं, लेकिन आप कह रहे हो कि मूल भावना कुचली गई थी तो कुचली गई होगी! लेकिन आज तो पूरा संविधान ही कुचल दिया गया है!’ इसके बाद पीएम के सपोर्टर्स ने केआरके की क्लास लगा दी और उन्हें सोशल मीडिया पर जमकर खरी-खोटी सुना दी। दिवंगत नेता पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की नीतियों पर लोग सवाल करने लगे।
आपातकाल के 50 साल पूरे होने पर क्या बोले थे पीएम मोदी?
वहीं, अगर आपातकाल के 50 साल पूरे होने पर पीएम मोदी की एक्स पोस्ट के बारे में बात की जाए तो इसमें उन्होंने लिखा था, ‘जब आपातकाल लगाया गया था, तब मैं आरएसएस का युवा प्रचारक था। आपातकाल विरोधी आंदोलन मेरे लिए सीखने का एक अनुभव था। इसने हमारे लोकतांत्रिक ढांचे को बचाए रखने की अहमियत को फिर से पुष्ट किया। साथ ही, मुझे राजनीतिक स्पेक्ट्रम के सभी लोगों से बहुत कुछ सीखने को मिला। मुझे खुशी है कि ब्लूक्राफ्ट डिजिटल फाउंडेशन ने उन अनुभवों में से कुछ को एक किताब के रूप में संकलित किया है, जिसकी प्रस्तावना श्री एच.डी. देवेगौड़ा जी ने लिखी है, जो खुद आपातकाल विरोधी आंदोलन के एक दिग्गज थे।’
पीएम ने आपातकाल को बताया ‘हत्या दिवस’
इसके साथ ही पीएम नरेंद्र मोदी ने आपातकाल को लेकर एक और पोस्ट शेयर की। इसमें उन्होंने आपातकाल को ‘हत्या दिवस’ का नाम दिया। पीएम ने पोस्ट में लिखा, ‘आज भारत के लोकतांत्रिक इतिहास के सबसे काले अध्यायों में से एक है। आपातकाल लागू होने के 50 साल पूरे हो गए हैं। भारत के लोग इस दिन को संविधान हत्या दिवस के रूप में मनाते हैं। इस दिन, भारतीय संविधान में निहित मूल्यों को दरकिनार कर दिया गया, मौलिक अधिकारों को निलंबित कर दिया गया, प्रेस की स्वतंत्रता को खत्म कर दिया गया और कई राजनीतिक नेताओं, सामाजिक कार्यकर्ताओं, छात्रों और आम नागरिकों को जेल में डाल दिया गया। ऐसा लग रहा था जैसे उस समय सत्ता में बैठी कांग्रेस सरकार ने लोकतंत्र को बंधक बना लिया था!’