उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ‘अब्बाजान’ वाले बयान पर सियासी घमासान मच गया था। विपक्षी नेताओं ने उन्हें कटघरे में खड़ा किया था। अब खुद सीएम योगी ने अपने इस बयान का मतलब समझाया है। ‘टाइम्स नाऊ नवभारत’ के कार्यक्रम में एंकर नाविका कुमार ने सीएम योगी से पूछा कि ‘अब्बाजान की क्या कहानी है? क्यों आप अखिलेश जी को ताने सुनाते हो?’
इस सवाल पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा- ‘मैंने नाम नहीं लिया था किसी का, आपने ही ले लिया उनका नाम…।’ सीएम योगी ने आगे कहा- ‘एक बात बताइए- मुस्लिम वोट चाहिए… अब्बाजान से परहेज है, क्यों? क्या अब्बाजान शब्द असंसदीय है? ये शब्द असंसदीय नहीं है!’
नाविका आगे पूछती हैं- ‘पर आपका मैसेज क्या है?’ सीएम ने जवाब दिया- ‘मेरा मैसेज बहुत साफ है, प्रदेश की जनता उसको समझ रही है। बस जनता को समझाना है, जो नासमझ लोग हैं उनको समझाने की जरूरत भी नहीं है। ये कभी नहीं समझेंगे।’
इसी कार्यक्रम में नाविका कुमार आगे पूछती हैं- ‘उत्तर प्रदेश में कोई भी मुख्यमंत्री दोबारा चुनकर नहीं आया…। इस पर सीएम योगी आदित्यनाथ कहते हैं, ‘मैं आऊंगा ना…।’
नाविका कुमार कहती हैं- ‘आपने मुझे सवाल ही नहीं पूछने दिया- मैं कह रही थी कि क्या आप ये रिकॉर्ड तोड़ सकते हैं?’ इस पर सीएम योगी आदित्यनाथ कहते हैं- ‘रिकॉर्ड तोड़ने के लिए ही आए हैं हम। वो आगे कहते हैं कि मेरी बात नोट करके रखना, 350 से कम सीटें नहीं आने वाली हैं।’
बता दें, सीएम योगी आदित्यनाथ ने एक कार्यक्रम में तंज कसते हुए कहा था कि 2017 से पहले अब्बाजान कहे जाने वाले लोग राशन खा जाते थे। लोगों तक राशन पहुंचता ही नहीं था। उनके इसी बयान पर घमासान मच गया। विपक्षी दलों ने आरोप लगाया था कि सीएम ने अपने इस बयान के जरिये एक खास वर्ग पर निशाना साधा था।
सीएम योगी आदित्यनाथ द्वारा अब्बाजान कहे जाने के बाद अखिलेश यादव ने भी तीखी टिप्पणी की थी। अखिलेश ने कहा था- मुख्यमंत्री को अपनी भाषा पर संयम रखना चाहिए। अखिलेश यादव ने कहा था कि भारतीय जनता पार्टी के मुख्यमंत्री को अपनी भाषा पर संतुलन रखना चाहिए।