Sonu Sood: कोरोना वायरस के आने के बाद से प्रवासी मजदूरों की मदद को लेकर सोनू सूद खूब चर्चा में रहे। देश भर में उनकी इस पहलकदमी को खूब सराहा गया। वहीं कई लोगों ने सोनू सूद के इस काम को फेक भी बताया और कई सवाल खड़े किए। उस वक्त सोनू सूद ने इन बातों पर ध्यान न देते की बजाय अपना काम करते रहे। लेकिन अब सोनू सूद ने इस पर अपना रिएक्शन दिया है।
सोनू सूद का कहना है कि ‘जो लोग इस तरह की बात कर रहे थे औऱ मुझे ट्रोल कर रहे थे बजाय इसके वह बाहर निकल कर किसी की मदद कर लेते।’ अप्रैल 2020 से लेकर अब तक सोनू सूद ट्विटर के जरिए कई लोगों की मदद कर चुके हैं औऱ लोगों को उनके घर सेफ्ली पहुंचा चुके हैं।
जिन लोगों ने सोनू को पब्लिक वर्क करने के लिए ‘फ्रॉड’ औऱ बढ़ा चढ़ा कर पेश करने वाला कहा उनके लिए एक्टर ने अब जवाब दिया। कोईमोई के मुताबिक एक्टर सोनू सूद ने कहा- ‘जो लोग ये क्लेम कर रहे हैं कि मैंने कुछ भी नहीं किया, मेरा जवाब उनके लिए ये है कि ये सब डेटा बेस है 7,03,246 लोगों की मैंने मदद की है। इन लोगों का घर का पता, फोन नंबर, आधार कार्ड नंबर सब दर्ज हैं। जिन सभी स्टूडेंट्स की मैंने मदद की है उन सब की भी मेरे पास डिटेल्स हैं। मैं किसी को सफाई नहीं देना चाहता लेकिन मेरे पास डाटा है। मुझे ट्रोल करने की बजाय बाहर आइए और किसी की मदद कीजिए।’
बता दें, सोनू सूद लॉकडाउन ऐलान के बाद से प्रवासी मजदूरों के लिए एक मसीहा बनकर उभरे। उन्होंने शहरों में फंसे तमाम मजदूरों को अपने खर्चे पर उनके घर सुरक्षित पहुंचाया। इस कार्य के लिए उन्होंने किसी से भी मदद की अपील नहीं की थी। इस काम के बाद सोशल मीडिया पर हर कोई उनकी तारीफ कर रहा था। लोग उन्हें एक रील से अब रियल हीरो बता रहे थे। लॉकडाउन के मुश्किल हालात में गरीबों की सहायता करने के बाद सोनू सूद केरल में फंसी गर्ल्स की मदद के लिए भी आगे आए थे।