पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को बड़ी हार का सामना करना पड़ा है। इसके बाद पार्टी ने विचार-विमर्श करने के लिए CWC की बैठक बुलाई थी। पहले अफवाह उड़ी कि इस बैठक में राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और सोनिया गांधी अपने पद से इस्तीफा दे सकते हैं और परिवार से बाहरी किसी व्यक्ति को अंतरिम अध्यक्ष बनाया जायेगा, लेकिन कांग्रेस ने इसे खारिज करते हुए गलत बताया था। अब बैठक के बाद साफ हो गया है कि सोनिया गांधी ही कांग्रेस की अध्यक्ष बनी रहेंगी।

अशोक पंडित ने कांग्रेस पर कसा तंज: कांग्रेस की बैठक के बाद जब ये जानकारी सामने आई कि सोनिया गांधी ही कांग्रेस की अध्यक्ष रहेंगी तो सोशल मीडिया पर लोग अपनी प्रतिक्रियाएं देने लगे। फिल्ममेकर अशोक पंडित ने CWC की बैठक का वीडियो शेयर करते हुए ट्विटर पर लिखा कि “इस कमरे में बैठे हुए जितने भी नेता हैं, किसी में भी यह दम है मां-बेटे-बहन से यह कहने कि “ आपने कांग्रेस को बर्बाद कर दिया है।”

बंगाल में हुई हिंसा पर बोले अशोक पंडित: अशोक पंडित ने एक और ट्वीट करते हुए लिखा कि “बंगाल में चुनाव परिणाम के बाद हिंदुओं को उसी तरह की स्थिति का सामना करना पड़ा जैसा कि कश्मीरी हिंदुओं ने 90 के दशक में सामना किया था। उन्होंने बलात्कार किया, मार डाला और लगभग 60,000 लोगों को बर्बाद किया और उन्हें अपने घरों को छोड़कर दूसरे राज्यों में भागना पड़ा।”

लोगों की प्रतिक्रियाएं: विनोद पटेल नाम के यूजर ने लिखा कि “एक बार एक व्यक्ति ने यह कहने की हिम्मत दिखाई थी, आज वह व्यक्ति पहले से ज्यादा सशक्त हो गए हैं। मैं बात कर रहा हूं शहजाद पूनावाला की। कांग्रेस में सच बोलने वालों के लिए जगह नहीं, बल्कि चापलूसों का बोलबाला है और जब तक ऐसा रहेगा, तब तक कांग्रेस का ऐसा ही हाल रहेगा।” प्रवीण पाण्डेय नाम के यूजर ने लिखा कि “जिन्होंने भगवान श्री राम के अस्तित्व पर सवाल उठाए, आज उन्हीं का अस्तित्व खतरे में हैं, भगवान के घर देर है अंधेर नही है।”

सुभोजित दास नाम के यूजर ने लिखा कि “जो लोग बोलने की हिम्मत रखते हैं, उन्हें पार्टी से पहले ही बाहर कर दिया गया है।” संजीव मेहता नाम के यूजर ने लिखा कि “इस बैठक से कुछ नहीं निकलेगा। प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के मालिकों के खिलाफ कोई कार्रवाई कैसे की जा सकती है?”

बंगाल में हुई हिंसा को लेकर किए गये अशोक पंडित के ट्वीट पर रौशन कुमार नाम के यूजर ने लिखा कि “एक समानता है दोनों में कि उस समय में भी बीजेपी केंद्र में थी और बंगाल में भी जब हिंसा हुई तो केंद्र में बीजेपी ही थी। क्या ये केवल संयोग है?” पुंडलिक नाम के यूजर ने लिखा कि “सबसे बड़ी हैरानी की बात है ये कि केंद्र सरकार ने भी कुछ नहीं किया।”

बता दें कि दिल्ली में हुई कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक की अध्यक्षता पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने की। हालांकि इस बैठक में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और तीन अन्य कांग्रेस नेता शामिल नहीं हुए।