पेशेवर और व्यक्तिगत विफलताओं से गुजर चुके एक अभिनेता शाहरुख खान की एक साल पहले प्रदर्शित हुई पठान की कामयाबी ने न सिर्फ उनको फिर स्थापित कर दिया बल्कि हिंदी सिनेमा में भी एक नई जान फूंक दी। 25 जनवरी, 2023 को प्रदर्शित हुई मारधाड़ और जासूसी फिल्म ने गुरुवार को अपने प्रदर्शन का एक साल पूरा कर लिया। सिद्धार्थ आनंद द्वारा निर्देशित, यह यशराज फिल्म्स (YRF) की जासूसी रोमांच वाली इस फिल्म में दीपिका पादुकोण और जान अब्राहम भी थे। पठान से पहले, कई लोगों का मानना था कि बालीवुड के गौरवशाली दिन खत्म हो गए हैं क्योंकि सम्राट पृथ्वीराज, शमशेरा और लाल सिंह चड्ढा जैसे बड़े बैनर वाली फिल्में महामारी के तुरंत बाद टिकट खिड़की पर नाकाम हो गई थीं। दक्षिण सिनेमा के उदय और हिंदी फिल्मों के बहिष्कार के आह्वान ने भी मुसीबतें बढ़ा दीं।
तमिल, तेलुगु डब संस्करणों ने एक दिन में दो करोड़ की अतिरिक्त कमाई की
व्यापार विशेषज्ञ तरण आदर्श के अनुसार, पठान वास्तविक 2023 की पहली बड़ी फिल्म थी, जिसने अकेले हिंदी संस्करण में 55 करोड़ रुपए की कमाई की थी। इसके तमिल और तेलुगु डब संस्करणों ने पहले दिन दो करोड़ रुपए की अतिरिक्त कमाई की। वाईआरएफ द्वारा इसके प्रदर्शन के समय इसे किसी हिंदी फिल्म के लिए पहले दिन सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म बताया गया था। पठान का एक साल हिंदी फिल्म उद्योग के साथ शाहरुख खान दोनों के लिए बहुत मायने रखता है, जिन्होंने फिल्म के साथ जबरदस्त वापसी की। जिन लोगों ने शाहरुख को खारिज कर दिया था, उनके लिए पठान एक झटका था।
2023 की पहली बड़ी फिल्म थी एक पठान
आदर्श ने कहा कि फिल्म उद्योग के लिए, यह बहुत मायने रखता है क्योंकि वह एक कठिन दौर से गुजर रहा था और यह 2023 की पहली बड़ी फिल्म थी। बाक्स आफिस में कमाई का आंकड़ा इतना बड़ा था कि उसने बहुत आशावाद, उत्साह और आत्मविश्वास वापस ला दिया और मुझे लगता है यह किसी भी अन्य चीज से अधिक महत्त्वपूर्ण था। यह उद्योग के साथ शाहरुख खान के लिए भी एक जीत की स्थिति थी।
पठान की सफलता अभिनेता को मीडिया द्वारा लगातार उन पर अंगुली उठाए जाने के दौर से गुजरने के बाद मिली। दरअसल उनके बेटे आर्यन खान को 2021 में मुंबई क्रूज मादक पदार्थ मामले में गिरफ्तार किया गया था। एक महीने जेल में बिताने वाले आर्यन को बाद में सभी आरोपों से मुक्त कर दिया गया था। शाहरुख जैसा प्रसिद्ध कलाकार ने राकेट्री : द नांबी इफेक्ट, लाल सिंह चड्ढा और ब्रह्मास्त्र : भाग एक-शिवा में छोटी भूमिकाएं कीं। इन विशेष प्रस्तुतियों ने पठान के बारे में दिलचस्पी बढ़ा दी, जिसने विश्व स्तर पर बाक्स आफिस पर 1,000 करोड़ रुपए से अधिक की कमाई की। मुंबई में रहने वाले व्यापार विशेषज्ञ गिरीश वानखेड़े ने कहा कि पठान के शानदार बाक्स आफिस प्रदर्शन ने संकेत दिया कि हिंदी नाटकीय अनुभव यहां बना रहेगा।
पठान प्रदर्शित होने से पहले, ओटीटी सामग्री और नाटकीयता के बीच बहुत झगड़ा था, और लोगों को यह विचार था कि बड़े पर्दे के दिन अब गिने-चुने हैं। पठान के साथ, पूरा दृश्य बदल गया। अभिनेता, जिन्हें हाल ही में सीएनएन-न्यूज18 इंडियन आफ द ईयर 2023 नामित किया गया था, ने बताया कि प्रशंसक, चाहे उन्हें उनकी फिल्में पसंद हों या नहीं, पठान और वर्ष की उनकी अन्य दो रिलीज देखने के लिए सिनेमाघरों में आए। अन्य दो फिल्में थीं जवान और डनकी। ये दोनों व्यावसायिक रूप से भी सफल रहीं।
चार-पांच साल मेरे और मेरे परिवार के लिए थोड़े उतार-चढ़ाव वाले रहे… मेरी ज्यादातर फिल्में फ्लाप हो गईं, बहुत सारे विश्लेषकों ने मेरे फिल्मी करिअर के खात्मे की खबर लिखनी शुरू कर दी। और फिर, व्यक्तिगत स्तर पर, थोड़ा-बहुत परेशान करने वाली और अप्रिय बातें भी हुईं, जिनसे मुझे सबक मिला, चुप रहो और गरिमा के साथ कड़ी मेहनत करो। शाहरुख ने कहा कि आपमें से कुछ लोगों को मेरी फिल्में पसंद भी नहीं आई होंगी, लेकिन मुझे उम्मीद है कि अंदर से आप मेरा और मेरे परिवार का समर्थन करने के लिए वहां आए होंगे। मैं आपको नमन करता हूं और मेरे परिवार में खुशी लाने और मुझे आज भी स्टार बनाने के लिए धन्यवाद देता हूं।