Sambit Patra On Farmers Bill:  देश में हरियाणा-पंजाब और यूपी के किसानों का प्रदर्शन जारी है। वहीं संबित पात्रा ने अपनी ओर से किसानों को एक बार फिर से ‘किसान बिल’ को लेकर भ्रम दूर करने की कोशिश की है। बीजेपी पार्टी के ऑफीशियल अकाउंट से एक वीडियो सामने आया है जिसमें पीएम मोदी और कुछ किसानों को कार्टून के रूप में दिखाया गया है।

इस वीडियो में किसान पीएम मोदी से सवाल करते दिखते हैं कि इस बिल से उन्हें नुकसान होगा? ऐसे में पीएम का कार्टून इस बात से साफ इनकार करता है और साथ ही बताता है कि वह तो इस की गारंटी लिखकर देने को तैयार हैं कि इससे किसान को किसी भी तरह का कोई नुकसान नहीं होगा। न ही मंडिया बंद होगी, न ही एमएसपी। न ही किसी किसान की जमीन को खतरा होगा।

वीडियो में पहले कुछ किसानों के कार्टून दिखाए जाते हैं जिनके हाथ में बैनर होते हैं- कृषि सुधार बिल वापस लो। इस पर पीएम का कार्टून सामने आता है- पीएम के साथ एक बोर्ड में लिखा नजर आता है-संशोधन करेंगे अगर आपत्ति है। किसान पूछते हैं- MSP नहीं मिलेगी? मोदी बोलते है- लिखित आश्वासन देंगे। फिर किसान सवाल करते हैं- APMC यानी मंडियां समाप्त हो जाएंगी? इस पर पीएम की तरफ से जवाब आता है- लिखित में दे देंगे कि मंडी समाप्त नहीं होगी। फिर सवाल सामने आता है- प्राइवेट मंडियों पर टेक्स नहीं?

PM का जवाब होता है- रजिस्ट्रेशन कराएंगे, टैक्स लगाएंगे। फिर किसान पूछते हैं- किसानों की जमीन बिक जाएगी? इसपर पीएम मोदी का जवाब होता है- केवल फसल की बिक्री होगी। जमीन का कोई एग्रीमेंट नहीं होगा। किसान आगे पूछते हैं- कोर्ट का प्रावधान भी नहीं है। इस पर जवाब आता है- सिविल कोर्ट जाने का अधिकार है। फास्ट ट्रैक कोर्ट बनाएंगे। इसके बाद फिर किसानों के बोर्ड में लिखा दिखता है- प्रस्ताव मंजूर नहीं। पीएम फिर भी जवाब में कहते हैं- और कोई समस्या हो तो बताओ? किसान फिर कहते हैं- किसान बिल वापस लो।

इस वीडियो को साझा करने के बाद यूजर्स सवाल करने लगे- तो फिर क्यों पीएम मोदी आगे आकर इन किसानों के सवालों के जवाब नहीं दे रहे? तो किसी ने कहा- असल में छोटे किसान समझ नहीं पा रहे हैं। उनमें भ्रम पैदा किया जा रहा है। एक ने भड़कते हुए कहा- रियल अजेंडा है कि किसानों को उनकी मेहनत का छोटा हिस्सा भी आसानी से उन तक न पहुंचने देना।

एक न पूछा- ‘लेकिन आश्वासन तो बिजली विभाग ने भी दिया था मुझे। लेकिन कोई सुनता ही नहीं है बिजली विभाग पर उचित कार्रवाई करें।’ एक ने लिखा- ‘ठेके पर खेत देने के बाद बेकाम हुए किसानों के हाथों को क्या काम दोगे? जबकि पहले ही बेरोज़गारों ने हंगामा बरपा रखा है।’ तो किसी ने कहा- ‘झूठों…ये भी बताओ MSP तय करना जारी रखने की बात कह रहे हो MSP देने की नहीं? जनता को मूर्ख समझना बंद करो।’