टीआरपी केस की सीबीआई द्वारा जांच शुरू करने के बाद से रिपब्लिक नेटवर्क के एडिटर-इन-चीफ अर्णब गोस्वामी लगातार मुंबई के पुलिस कमिश्नर परमवीर सिंह पर निशाना साध रहे हैं। 27 अक्टूबर की रिपब्लिक भारत की डिबेट शो ‘पूछता है भारत में’ अर्णब गोस्वामी अचानक परमवीर सिंह को ‘गीता ज्ञान’ देने लगे। अर्णब गोस्वामी ने परमवीर सिंह पर निशाना साधते हुए कहा,’ तुमने हमारे लिए जाल बिछाया अब उस जाल में तुम फंस गए। गीता में भगवान श्रीकृष्ण ने कहा था क्रोध से भ्रम पैदा होता है और परम भ्रम से बुद्धि नष्ट होती है, तुम्हारी बुद्धि भी नष्ट हो चुकी है।’
अर्णब गोस्वामी ने आगे कहा,’ तुम्हारी हालत बिल्कुल ऐसी है परम, तुम्हें भ्रम हो गया है कि तुम्हारे ऊपर सोनिया सेना का हाथ है,भ्रम है। इसलिए तुम जितनी साजिश करो फंसोगे नहीं, तुम्हें भ्रम हो गया है कि तुम पुलिस कमिश्नर हो इसलिए अपना कानून चलाओगे। ये देश संविधान से चलता है परमबीर, इसलिए जिन्हें सत्ता का गुमान था उनका भी हिसाब होगा, और जिसे शासन का अहंकार था उनका भी हिसाब होगा।’
अर्णब गोस्वामी ने परमवीर सिंह से सवाल पूछते हुए कहा ,’परमवीर सिंह अब तुम्हें बताना होगा तुमने रिपब्लिक के खिलाफ इतनी बड़ी साजिश क्यों की? क्या प्लानिंग थी बताओ मुझे? किस-किसको फोन किया? किस-किससे बात की ? किसने तुम्हें उकसाया था या फिर किसके साथ तुम सरेंडर कर रहे थे ?’ इसके बाद अर्णब गोस्वामी तेजी से सवाल पूछते हुए कहने लगे,’ तुम्हारे टैप कहां पर हैं, तुमने किससे बात की, तुम्हारी सीडीआर कहां है, तुम्हारे फोन कॉल रिकॉर्ड कहां है?’
हाल ही में अर्णब गोस्वामी को लेकर महाराष्ट्र सरकार की याचिका पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा था,’ कोई भी कानून से ऊपर नहीं है।’ इसके आगे सुप्रीम कोर्ट ने कहा था,’प्रेस की स्वतंत्रता जरूरी है परंतु रिपोर्टिंग करते समय जिम्मेदारियां भी होनी चाहिए। कुछ क्षेत्र ऐसे भी हैं जहां सावधानीपूर्वक पत्रकारिता करनी चाहिए।’
टीआरपी केस की सीबीआई के जांच शुरू करने के बाद से अर्णब गोस्वामी लगातार मुंबई के पुलिस कमिश्नर पर निशाना साधते हुए कह रहे हैं कि परमवीर सिंह ने हमें गलत तरीके से फंसाने की कोशिश की। दरअसल कुछ दिनों पहले मुंबई के पुलिस कमिश्नर परमवीर सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कथित टीआरपी घोटाले के पर्दाफाश का दावा किया था जिसमें रिपब्लिक का नाम भी लिया था।