रिपब्लिक भारत की लाइव डिबेट ‘पूछता है भारत’ के दौरान अर्णब गोस्वामी के सामने बीजेपी नेता राम कदम और शिवसेना नेता विक्रम सिंह यादव एक दूसरे से भिड़त दिखे। अर्णब गोस्वामी ने इस बीच अहम सवाल करते हुए पूछा कि ‘ये अपने आका लोगों को बचाने के लिए सरकारी गवाह भी बना देंगे..। मगर दूसरा सबसे बड़ा सवाल ये है कि वाजे और काजी किसके इशारे पर काम कर रहे थे?’

इस पर विक्रम सिंह यादव जवाब देते हैं- ‘अरे इन सबको ये बीजेपी और मीडिया वाले बचा रहे है।’ तभी गुस्से में बीजेपी नेता राम कदम शिवसेना नेता को लेकर कहते हैं- ‘सचिन वाजे मामले में कौन लोग शामिल थे, ये सब चीजों उजागर होनी चाहिए। शिवसेना नेताओं को शर्म आनी चाहिए। एक सेना में वरिष्ठ पद पर काम कर चुके ये किस तरह से बात कर रहे हैं।’

उन्होंने आगे कहा- ‘तुम्हारा चेरा दागी है। तुम्हारा काला चेहरा देश के सामने आया है। सुशांत सिंह मामले में भी 65 दिनों तक तुमने सब लटका कर रखा। उन 65 दिनों में तुमने सारे सबूत मिटा दिए। जिस कमरे में सुशांत की मौत हुई, उस कमरे में कलर लगा कर, फर्नीचर हटा कर, कमरा बदल कर सारे सबूत मिटा दिए। क्या देश जानता नहीं है? बख्शी जी की बातों का जवाब ठीक से न देने की बजाए, जिस तरह से आप उनसे पेश आ रहे थे देश ये सब देख रहा है।’

बीजेपी नेता की इस बात पर विक्रम सिंह यादव भड़क उठते हैं। शिवसेना नेता भड़कते हुए कहते हैं, ‘अरे शर्म तेरे को आनी चाहिए, महाराष्ट्र को बदनाम कर रहा है। दागी तो तुम हो तुम।’

विक्रम सिंह और नेता राम कदम की इस डिबेट को देखने के बाद कई लोगों ने भी रिएक्ट किया। एक यूजर ने कहा- ‘सही कहा राम कदम जी – क्या देश को पता नहीं, इतने दिन तक पुलिस ने मौका दिया सबूत मिटाने के लिए। सर – सही सबक सिखाया आपने उस शिवसेना प्रवक्ता को , दादागिरी चालू है क्या पुलिस के नाम पर? रसिक भाई नाम के शख्स ने लिखा- पालघर में साधू संत की हत्या में क्या सबूत मिले, कितनें लोग हवालात में है?

राष्ट्रभक्त नाम के यूजर ने कमेंट कर लिखा- सचिन वाजे के केस में पूरी जानकारी होते हुए भी जिन सब ने मुंह में दही जमा रखी है वो दही अब एएनआई की मदद से खट्टी होनी शुरू हो जाएगी। झूठ कितना भी निगल लो वह जहर ही बन कर बाहर निकलेगा।