रिपब्लिक भारत की लाइव डिबेट में अर्णब गोस्वामी (Arnab Goswami) उस वक्त भड़क गए जब पूर्व सांसद और जन अधिकार पार्टी (Jan Adhikar Party) के प्रमुख पप्पू यादव ने केंद्र सरकार पर सवाल खड़ा करना शुरू किया। उन्होंने पूछा कि पीएम केयर्स फंड का क्या हुआ? पप्पू यादव ने शो पूछता है भारत के दौरान सवाल पूछते हुए कहा- ‘पीएम केयर्स फंड का क्या हुआ? मुख्यमंत्री फंड का क्या हुआ? आज हमारे पास बेड नहीं है। वैक्सीन की कोई व्यवस्था नहीं है?’
पप्पू यादव की ये बात सुनकर अर्णब गोस्वामी कहने लगे कि गलत, झूठ। आप झूठ बोल रहे हैं। आप भड़कीली बातें बोल रहे हैं, मैं क्यों बोलने दूं आपको? आप मुझे ये बताइए कि आपने आज तक क्या किया? पप्पू यादव ने आज तक क्या किया? आप कह रहे हैं चुनाव आयोग पर देशद्रोह का मुकदमा होना चाहिए? आप अपने शब्दों की तरफ थोड़ा सा ध्यान दीजिए पप्पू जी। आप लक्ष्मण रेखा पार कर रहे हैं।
इस पर पप्पू यादव कहते हैं- आप मेरे बात सुनिए मुझे बोलने दीजिए। इन्होंने 130 करोड़ लोगों की जिंदगियों को झोंक दिया। बिलकुल इनपर मुकदमा होना चाहिए। बता दें, देश में कोरोना का कहर बढ़ता ही जा रहा है। पिछले 24 घंटे में 2,95,041 नए मरीज सामने आए हैं। इस दौरान 2023 लोगों की मौत हुई है।
पीएम केयर्स फंड का क्या हुआ? मुख्यमंत्री फंड का क्या हुआ? आज हमारे पास बेड नहीं है। वैक्सीन की कोई व्यवस्था नहीं है: पप्पू यादव- अध्यक्ष, जाप
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— रिपब्लिक.भारत (@Republic_Bharat) April 20, 2021
अर्णब गोस्वामी की डिबेट में पप्पू यादव की बातों को सुन कर लोगों ने भी रिएक्शन देने शुरू कर दिए। अशोक नाम के यूजर बोले- ये तो घटिया राजनीति है। सरकार अपनी पॉकेट से मार्च 2019 से कोविड-19 और किसानों पर करोड़ों रुपए खर्च कर चुकी है। पप्पू जी की सब बातें बेबुनियाद हैं। संजय अग्निहोत्री नाम के यूजर बोले- अरे इतना पूछने पर तो देश द्रोही हो जाते है! चंद चाटूकार गालियां देने लगते हैं! पूछने का अधिकार इस देश से खत्म किया जा रहा है! दहशत और अराजकता का माहौल रहे इसी पर बात हो!
एक शख्स ने कहा- बहुत अच्छा सवाल किया है पप्पू यादव जी ने। जब लॉकडाउन की जरूरत नहीं थी तब एक दम से रात में आकर सब बंद कर दिया और अब कह रहे हैं लॉकडाउन अंतिम विकल्प होना चाहिए।
ज्ञात हो, मंगलवार रात पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा था कि आज जैसी स्थिति है हमें ऐसे हालातों में लॉकडाउन से बचना है। उन्होंने आगे कहा था कि- राज्य लॉकडाउन को अंतिम विकल्प के रूप में ही इस्तेमाल करें। लॉकडाउन से बचने की भरपूर कोशिश करनी है। साथ ही अर्थव्यवस्था और लोगों की सेहत का भी ध्यान रखाना है।