भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता और किसान नेता राकेश टिकैत ने किसान आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले किसानों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा है कि प्रधानमंत्री किसानों के प्रधानमंत्री नहीं हैं। मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक के किसान आंदोलन पर दिए गए हालिया बयानों पर बोलते हुए राकेश टिकैत ने कहा कि प्रधानमंत्री किसानों को देश से अलग मानते हैं।

समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत करते हुए राकेश टिकैत ने कहा, ‘बिलकुल उन्होंने कहा कि साढ़े साथ सौ के आसपास किसान शहीद हो गए और भारत सरकार की तरफ से एक भी शोक संदेश नहीं आया। तो देश के किसानों को ये लगता है कि प्रधानमंत्री जो हैं, वो देश के किसानों के प्रधानमंत्री नहीं हैं।’

टिकैत ने आगे कहा, ‘वो किसानों को देश से अलग मानते हैं। साढ़े सात सौ किसान दिल्ली के पार्लियामेंट और प्रधानमंत्री के घर से  सताइश से चालीस किलोमीटर की दूरी पर शहीद होते हैं तो एक कट सा बनता है।’

आपको बता दें कि सत्यपाल मलिक ने अपने हालिया राजस्थान दौरे में किसान आंदोलन को लेकर दिए गए बयान में कहा था कि किसान आंदोलन ने अब तक 600 लोग जान गंवा चुके हैं लेकिन दिल्ली से एक भी चिट्ठी नहीं आई। उन्होंने कहा कि इतना बड़ा आंदोलन कभी नहीं चला।

बहरहाल, भारतीय किसान यूनियन की तरफ से एक महापंचायत का आयोजन किया गया है। 22 नवंबर को लखनऊ में होने वाले इस आंदोलन का नेतृत्व राकेश टिकैत करेंगे। किसान आंदोलन को एक साल पूरे होने को हैं लेकिन किसान कृषि कानूनों की वापसी के बिना घर जाने की तैयारी में नहीं है।

किसान सर्दियों के अनुसार अपने टेंट को तैयार करने में लग गए हैं। आंदोलन की आगे की रणनीति बनाने के लिए किसान मंगलवार को एक बैठक करेंगे। संयुक्त किसान मोर्चा गाजीपुर सीमा के प्रवक्ता जगतार सिंह बाजवा ने कहा कि सब सभी टेंट पॉलीथिन और मोटे तिरपालों से ढके जाएंगे, जिससे किसानों को परेशानी न हो।