प्रधानमंत्री का काफिला बीते दिन फिरोजपुर रैली के लिए जाते वक्त फ्लाईओवर पर करीब 15 से 20 मिनट तक फंसा रहा। इस मामले को लेकर प्रदेश की कांग्रेस सरकार लोगों के निशाने पर आ गई है। हालांकि दूसरी ओर कांग्रेस भी रैली में मौजूद खाली कुर्सियों को रैली के रद्द होने का कारण बता रही है। इस घटना को लेकर भारतीय किसान यूनियन नेता राकेश टिकैत ने भी एबीपी को इंटरव्यू दिया, जहां किसान नेता ने माना कि प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक हुई है। लेकिन इसके साथ ही किसान नेता ने इसे भाजपा का स्टंट भी कहा।
किसान नेता राकेश टिकैत ने प्रधानमंत्री की सुरक्षा में हुई चूक पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “ये दोनों की मिलीभगत है। 120 किलोमीटर का रूट प्रधानमंत्री को भी नहीं तय करना चाहिए। कांग्रेस सरकार का कहना है कि भीड़ कम थी, इसलिए सड़क का मार्ग लिया। किसानों का वहां पर प्रदर्शन था, लेकिन रोड ब्लॉक करने की उनकी कोई भी मंशा नहीं थी।”
राकेश टिकैत ने अपने बयान में भाजपा और कांग्रेस का जिक्र करते हुए कहा, “सियासी फायदे के लिए दोनों ने यह काम किया है। सबको वोट चाहिए।” उन्होंने इस बारे में बात करते हुए आगे कहा, “अगर एक जिले में भी कार्यक्रम होता है तो भी चार जिलों की फोर्स वहां लगाई जाती है। भीड़ आई तो क्यों आई? ये पूरा जांच का मामला है।”
इंटरव्यू के बीच ही किसान नेता राकेश टिकैत से न्यूज एंकर ने सवाल किया, “पंजाब में जो कुछ भी हुआ, प्रधानमंत्री की सुरक्षा से यह जुड़ चुका है। इससे सबसे ज्यादा नुकसान किसे होगा?” इसका जवाब देते हुए किसान नेता ने कहा, “ये किसानों को बीच में लेंगे। ये तो बोल देंगे कि हमने सहानुभूति दिखाई, लेकिन किसान बीच में आ गए।”
भाकियू नेता ने अपने बयान में भाजपा को भी आड़े हाथों लिया और कहा, “ये पूर्ण रूप से भाजपा का स्टंट होगा कि वह देश के प्रधानमंत्री को अपना प्रधानमंत्री मानते हैं। जब हम कह रहे हैं कि सुरक्षा में चूक है, राज्य सरकार भी जिम्मेदार है और केंद्र भी तो भाजपा बीच में कहां से आ गई। देश के प्रधानमंत्री हमारे प्रधानमंत्री नहीं हैं?”