राजकुमार सिर्फ अपने नाम से ही नहीं बल्कि अपनी जीवनशैली और रुतबे से भी राजकुमार थे। लगातार चार दशक तक राजकुमार ने अपने फैंस के दिलों पर फिल्मों के जरिए राज किया। 1952 से फिल्मी पर्दे पर काम कर रहे राजकुमार ने 90 के दशक के आते आते फिल्मों में काम करना कम कर दिया था। उस वक्त उनके जहन में एक बात चल रही थी।
शायद उन्हें इस बात का अंदाजा था कि अब उनका वक्त पूरा हो रहा है। ऐसे में उन्होंने अपने बेटे को उस वक्त अपने पास बुला लिया। राजकुमार के बेटे पुरुराज को उन्होंने अपने पास बुलाया और एक बात कही कि वह उनकी मौत की खबर फैलने न दें।
राजकुमार ने अपने बेटे से कहा- ‘मौत और जिंदगी इंसान का निजी मामला है। मेरी मौत के बारे में किसी को भी पता नहीं चलना चाहिए। बस सिर्फ एक शख्स को ही मेरे निधन के बारे में बताना मेरे दोस्त चेतन आनंद को। मेरा अंतिम संस्कार जब हो जाए तो उसके बाद ही मेरी मौत के बारे इंडस्ट्री को बताना।’
बता दें, राजकुमार स्टार बनने से पहले एक पुलिसकर्मी थे। पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में 8 अक्टूबर 1926 को जन्में राजकुमार स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद मुंबई के माहिम थाने में सब इंस्पेक्टर के रूप में काम करने लगे थे। लेकिन किसी वजह से उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था और फिल्मी दुनिया की ओर चल पड़े थे।
जब राजकुमार पुलिस में थे तब कई लोग उनकी पर्सनालिटी की तारीफ करते थे। वह दिखने में लंबे चौड़े डील डौल वाले शख्स थे। ऐसे में लोग उन्हें कॉम्पलिमेंट देते थे कि वह बिलकुल हीरो की तरह दिखते हैं। ऐसे में राजकुमार ने मन बना लिया था कि वह अब एक्टर बनेंगे। 1952 में राजकुमार ने जिस फिल्म में काम किया था वह फिल्म थी -रंगीली। इस फिल्म में उनकी बेहद छोटी सी भूमिका था। कोई छोटा-मोटा रोल चाहिए तो बताना- मिथुन के सामने ही उनका मजाक उड़ाने लगे राजकुमार
दरअसल, इस फिल्म में उन्हें मजबूरी में काम करना पड़ा। क्योंकि फिल्मों में काम करने के लिए उन्होंने नौकरी छोड़ी थी। उस वक्त उन्हें एक फिल्म ऑफर हुई थी जिसका नाम था-शाही बाजार। लेकिन इस फिल्म को बनने में बहुत वक्त लग गया और नौकरी छोड़ने के बाद राजकुमार को पैसों की कमी होने लगी ऐसे में उन्होंने फिल्म रंगीली में काम करने के लिए हामी भरी थी। राज कपूर की पार्टी में अमिताभ बच्चन के शानदार लिबास का राजकुमार ने ऐसे उड़ाया था मजाक