राजकुमार राव बॉलीवुड के जाने माने एक्टर्स में से एक हैं। राजकुमार ने हर तरह की फिल्मों में काम किया है और हर एक किरदार में उन्होंने जान फूंक दी। यही कारण है कि आज उनका नाम बड़े एक्टर्स में शुमार है। हर स्ट्रग्लिंग एक्टर की तरह राजकुमार को भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा था। एक वक्त ऐसा था जब उनके लिए मायानगरी कहे जाने वाली मुंबई में गुजर बसर करना मुश्किल था।

राजकुमार ने इंडिया टुडे के इवेंट में शिरकत की, जहां उन्होंने फिल्म जगत के सदाबहार मुद्दों,नेपोटिज्म और साउथ की फिल्मों की सफलता के बारे में भी बात की। एक्टर ने बताया कि किस तरह मेहनत करके वो इस मुकाम पर पहुंचे हैं। पहले वो मुंबई में एक छात्र थे फिर उन्होंने एक्टिंग के लिए ठोकरे खाईं। राजकुमार ने कहा,”बॉलीवुड में बाहर का व्यक्ति होना बहुत मुश्किल था। मैं गुड़गांव में एक संयुक्त परिवार में पला-बढ़ा हूं और उस समय वो एक छोटा सा शहर था।”

70 किमी दूर एक्टिंग सीखने जाते थे राजकुमार: ”मुझे बचपन से ही एक्टिंग का शौक था, मैं बचपन से ही सिनेमा से प्यार करता था और जानता था कि मुझे क्या करना है। मैं 70 किमी साइकिल चलाकर दिल्ली के थिएटर जाता था। ये ऐसा था कि आप अपनी गर्लफ्रेंड को मिलने जा रहे हो। मैंने थिएटर के समय में बहुत मेहनत की,मैं जितना सीख सकता था मैंने सीखा।”

एक्टर ने बताया कि बाद में वो मुंबई में शिफ्ट हो गए, लेकिन ये काफी मुश्किल था। राजकुमार ने कहा, ”एक समय था जब मैंने पारले-जी का पैकेट और अकाउंट में 18 रुपये लेकर दिन गुजारा था। किस्मत से मेरे कुछ दोस्त थे फिल्म स्कूल से, जिन्होंने मेरी मदद की। लेकिन मेरे पास कोई दूसरा प्लान नहीं था और मैं सिर्फ एक्टर बनना चाहता था।”

बता दें कि राजकुमार ने फिल्म ‘लव सेक्स और धोखा’ और ‘रागिनी एमएमएस’ में अपनी एक्टिंग से दर्शकों का दिल जीत लिया था। इसके बाद उन्होंने ‘शहीद’, ‘काई पो चे’ और ‘अलीगढ़’ जैसी फिल्में की। बस फिर क्या था राजकुमार की एक्टिंग का जादू चल गया और उन्होंने कई फिल्में की। जिनमें से ‘स्त्री’,’बरेली की बर्फी’ और ‘शादी में जरूर आना’भी शामिल हैं।