ऑल्ट न्यूज के सह-संस्थापक मोहम्मद जुबैर को दिल्ली की दिल्ली पुलिस की IFSO (इंटेलिजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रैटेजिक ऑपरेशंस) यूनिट ने 27 जून को गिरफ्तार कर लिया है। जिसे लेकर राहुल गांध ने भाजपा पर निशाना साधा। राहुल गांधी ने ट्विटर पर लिखा.” बीजेपी की नफरत, कट्टरता और झूठ को उजागर करने वाला हर शख्स उनके लिए खतरा है। सत्य की एक आवाज को गिरफ्तार करने से एक हजार और पैदा होंगे। अत्याचार पर सत्य की हमेशा विजय होती है।”

राहुल गांधी के इस ट्वीट पर फिल्ममेकर विवेक अग्निहोत्री ने उन्हें मूर्ख करार दिया है। विवेक ने ट्वीट करते हुए लिखा,”मूर्ख राहुल गांधी। एक पंडित के परपोते, हिंदुफोबिक, शहरी नक्सली के लिए खड़े हैं जो भारत के दुश्मनों के लिए काम करता है। जो भारत में साम्प्रदायिक दंगों की साजिश रचता रहा है। जो फैक्ट चेकिंग के नाम पर फेक न्यूज चलाता रहा है। जो खिलाफत 2.0 का स्लीपर सेल चलाता है।”

अगले ट्वीट में विवेक ने लिखा, ”हां, अत्याचार पर सत्य की हमेशा विजय होती है। अंत में, सबसे सांप्रदायिक और खतरनाक #UrbanNaxals सलाखों के पीछे होते हैं, वो भी यासीन मलिक के साथ।”

अन्य ट्वीट में विवेक अग्निहोत्री ने लिखा,” तथ्य। फैक्ट चेकिंग हमारे समय का सबसे बड़ा घोटाला है। भारत में, इसका उपयोग हिंदुफोबिया के लिए किया जाता है, जिसके लिए मिडल इस्ट और चीन से पैसा दिया जाता है। तथ्यों का पता लगाने वाले अर्बन नक्सलियों को ज्ञान देते हैं। जिन्होंने 20 घंटे तक FAKE गुजरात अभियान चलाया, जिन्होंने 32 साल तक कश्मीरी हिंदुओं को न्याय से वंचित रखा।”

विवेक अग्निहोत्री ने शशि थरूर के ट्वीट पर भी प्रतिक्रिया दी है। दरअसल शशि थरूर ने ट्वीट में लिखा था,”भारत की कुछ तथ्य-जांच सेवाएं, विशेष रूप से @AltNews, हमारे सत्य के बाद के राजनीतिक वातावरण में एक महत्वपूर्ण सेवा करती हैं। वे झूठ का पर्दाफाश करते हैं। उन्हें गिरफ्तार करना सच्चाई पर हमला करना है। उसे तत्काल रिहा किया जाना चाहिए।” इस ट्वीट पर विवेक ने लिखा,”श्रीमान शशि थरूर, मेरे शब्दों को याद रखना। तुम जल्द ही अपने कहे पर पछताओगे।”

विवेक के इन ट्वीट पर इंडियन नाम के ट्विटर हैंडल से लिखा गया,”गलत विवेक सच सब जानते हैं। ऐसे गलत तरफ रहकर इसे सही बता रहे हैं। ऊपर एक भगवान है। समय बताएगा और सत्य की जीत होगी। देश की जनता सब समझ जाएगी।”

क्या है मामला? एक व्यक्ति की शिकायत के आधार पर दिल्ली पुलिस ने मोहम्मद जुबैर के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी। उस व्यक्ति ने सोशल मीडिया पर दिल्ली पुलिस को टैग करते हुए कहा था कि जुबैर ने उसे चोट पहुंचाई है। उसके खिलाफ धार्मिक भावनाओं और कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए।

जून की शुरुआत में जुबैर के खिलाफ आईपीसी की धारा 153-ए (विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना) और 295-ए (दुर्भावनापूर्ण कृत्य, धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाना) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई थी। जिसके बाद 27 जून को उसे गिरफ्तार कर लिया गया।