दिल्ली में बीते 24 घंटे में करीब 20 हजार से ज्यादा कोरोना वायरस के नए मामले सामने आए हैं। यहां संक्रमण दर भी बढ़कर 35 प्रतिशत से ज्यादा हो गया है। इसके साथ ही दिल्ली के अस्पतालों में ऑक्सीजन और बेड की समस्या बढ़ती जा रही है। इस चीज पर सियासत भी तेज हो गई है। इस मामले को लेकर आजतक के शो ‘दंगल’ में भी चर्चा की गई, साथ ही आप सरकार की नाकामी को लेकर न्यूज एंकर चित्रा त्रिपाठी ने राघव चड्ढा से भी सवाल किया।

चित्रा त्रिपाठी ने दिल्ली के हालात पर सवाल खड़ा करते हुए राघव चड्ढा से पूछा, “वो कह रहे हैं कि निकम्मी सरकार है, इसलिए दिल्ली की यह दुर्दशा हुई है।” उनकी इस बात का जवाब देते हुए राघव चड्ढा ने कहा कि आज हमारी जो मांग है उसका 50% भी दिल्ली की दहलीज पर लाकर नहीं दिया गया है।

राघव चड्ढा ने अपने बयान में कहा, “हाईकोर्ट ने अपने स्पष्ट शब्दों में कहा कि केंद्र सरकार की जिम्मेदारी बनती है कि वह दिल्ली की दहलीज पर ऑक्सीजन लाकर छोड़ें, क्योंकि दिल्ली कोई इंडस्ट्री स्टेट नहीं है। दिल्ली सरकार को इतना कहा गया था कि आप केंद्र सरकार के साथ मिलकर काम करें। मैं कोई लड़ाई लड़ने के मकसद से इस चैनल पर नहीं आया हूं।”


राघव चड्ढा ने अपने बयान में आगे कहा, “ये हमें निकम्मा कहें, निठल्ला कहें। अरे भाई दिल्ली के सातों सांसद तो आपके ही 2014 में जिताए, 2019 में भी आपके ही जिताए। आपकी जिम्मेदारी कुछ बनती है कि नहीं बनती, जो दिल्ली के लोगों को मरने के लिए छोड़ रहे हैं।”

राघव चड्ढा के इस बयान पर चित्रा त्रिपाठी ने पूछा, “तो फिर दिल्ली के लोगों ने आपको क्यों चुना। अगर दिल्ली के लोगों को उन्ही पर सबकुछ डालना था तो आम आदमी पार्टी की क्या जरूरत थी।” इसके जवाब में राघव चड्ढा ने कहा, “दिल्ली की मांग 700 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की है, लेकिन केंद्र सरकार ने हमें केवल 378 मीट्रिक टन ऑक्सीजन दिया। जब हमने हाथ जोड़े तो इन्होंने संख्या 480 कर दी, लेकिन वह भी दिल्ली में नहीं आ रहा है। हमारी मांग का 50 प्रतिशत भी दिल्ली की दहलीज पर नहीं दिया जा रहा है।”

बता दें कि इससे पहले राघव चड्ढा ने एक डिबेट शो के दौरान केंद्र सरकार पर ऑक्सीजन ट्रक से भेजने को लेकर भी तंज कसा था। उन्होंने कहा, “जो आवंटन हमें किया गया है, वो दूर-दराज राज्यों से किया गया है। कोई पश्चिम बंगाल से तो कोई उड़िशा से। इतने दूर-दराज राज्यों से आने में कई घंटे और कई दिन लग जाते हैं।”