उत्तर प्रदेश में होने जा रहे विधानसभा को देखते हुए सियासी हलचल तेज हो गई है। बीजेपी के लिए यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ प्रचार कर रहे हैं। गृह मंत्री अमित शाह पहले ही साफ कर चुके हैं कि अगर यूपी में बीजेपी की सरकार बनती है तो सीएम योगी ही होंगे। इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय यात्रा पर वाराणसी पहुंचे थे। यहां पीएम मोदी का भव्य स्वागत किया गया था। दूसरी तरफ, विपक्ष लगातार बीजेपी और पीएम मोदी पर निशाना साध रहा है।
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पीएम मोदी की यात्रा पर तंज कसते हुए कहा था, ‘पीएम मोदी दो-तीन महीने बनारस में ही रहें। आखिरी समय में बनारस में ही रहा जाता है।’ इसके बाद बीजेपी नेताओं की तरफ से इस पर लगातार प्रतिक्रिया आ रही है। बीजेपी नेता और भोजपुरी गायक निरहुआ ने अखिलेश यादव पर तंज कसते हुए ट्वीट किया, ‘दिनकर जी ने कहा था ‘जब नाश मनुज पर छाता है, पहले विवेक मर जाता है।’ अखिलेश जी! मोदी जी और योगी जी का विरोध करते-करते आप अपने पिता और चाचा के मेहनत से बनी पार्टी को अंतिम समय तक पहुंचा दिए।
उन्होंने एक वीडियो भी शेयर की है। इसमें वो कहते हैं, ‘अखिलेश जी ने यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के बारे में शर्मनाक बयान दे रहे हैं। इसके पीछे का कारण मैं बताता हूं- मेरे मोदी जी के जैसा पीएम नहीं, योगी बाबा लेकर चले बुलडोजर, अब इनके गुंडों से डरते डीएम नहीं। मेरे योगी जी के जैसा सीएम नहीं, मेरे मोदी जी के जैसा पीएम नहीं। अब यही बात पूरे देश की जनता कह रही है। हर-हर महादेव।’
बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने अखिलेश यादव का वीडियो शेयर करते हुए लिखा, ‘बाबा के धाम काशी विश्वनाथ धाम की दिव्यता एवं भव्यता को देख सारे ‘औरंगजेब’ बौखलाए हुए हैं!’ इस पर लोगों की भी अलग-अलग प्रतिक्रिया आ रही है। यूजर संजय यादव ने लिखा, ‘क्या गलत कहा है, हमारे हिंदू धर्म में मोक्ष की प्राप्ति के लिए लोग अपने आखिरी समय में काशी नगरी जाते हैं। अगर अखिलेश जी ने ये बात कह दी तो सबको परेशानी होने लगी है।’
पंकज आनंद नाम के यूजर ने लिखा, ‘इनका कहने का क्या मतलब है? जो भी बनारस जाता है क्या वो अपने आखिरी समय में ही होता है। ये तो एक तरह से पूरे वाराणसी का ही अपमान है। ये उस जनता का अपमान है जो बनारस को अपनी जन्मभूमि और कर्मभूमि मानती है।’ रीना शर्मा नाम की यूजर लिखती हैं, ‘टोंटी सुल्तान हैं। समय-समय की बात है। सत्ता जाने के बाद बहुत सारे लोग बौखला गए हैं। उन्हें लगने लगा है कि अब सत्ता उनके हाथ से जा रही है।’