बीजेपी नेता संबित पात्रा ने न्यूज 18 इंडिया पर अमिश देवगन के लाइव डिबेट में कहा कि ये आंदोलन सिर्फ बहाना है, जिसका लक्ष्य सिर्फ पीएम मोदी को निशाना बनाना है। संबित पात्रा ने इसके अलावा ये भी कहा कि कुछ लोग हैं जो अपने देश के सचिवन तेंदुलकर और लता मंगेशकर की बात का विरोध कर रहे हैं। वही लोग मिया खलीफा रिहाना आदि की बातों का समर्थन कर रहे हैं।

डिबेट शो में एंकर अमिश देवगन कहते हैं- ‘कुल मिला कर आंदोलन बहाना होता है, निशाना नरेंद्र मोदी होते हैं। अल्टिमेट ऑब्जेक्टिव होता है देश की छवि को खराब करना। अगर कोई देश की छवि को सुधारे तो वो बिक चुका है, कल तक तो मीडिया पर ये लांछन लगता था। सुप्रीम कोर्ट को बुरा भला कहा जाता था। अब तो भारत के उन आइकॉन्स को भी बुरी भला कहा जाता है, जिन्होंने देश के लिए क्या कुछ नहीं कर दिया। अब बचा क्या है?’

इस पर बीजेपी नेता संबित पात्रा कहते हैं- ‘देखें अमिश भाई, आप तो वो कहावत जानते ही होंगे- मुंह ऊपर करके सूरज की तरफ थूकने से थूक अपने ऊपर ही गिरता है, सूरज के ऊपर नहीं। आप लता मंगेशकर के खिलाफ कहेंगे, आप सचिन तेंदुलकर के चेहरे पर कालिख मलना चाहोगे, तो कालिख आपके ऊपर ही गिरेगा। कोई सचिन तेंदुलकर और लता मंगेशकर की क्रेडिबिलिटी खत्म नहीं कर पाएगा। मुझे तो आश्चर्य हो रहा है कि विवेक अभी यहां कह रहे थे कि आप इधर-उधर की बातें करेंगे, आप अगर ऑनेस्ट नहीं होंगे तो ऐसे ही इंवेस्टिगेशन होगा। ये ईमानदारी का पाठ पढ़ाएंगे लता मंगेशकर को? ये ईमानदारी का पाठ पढ़ाएंगे भारत रत्न सचिन तेंदुलकर को?’

उन्होंने आगे सवाल किया- ‘ये कह रहे हैं- वो क्रिकेटर हैं तो क्रिकेटर ही रहें ना? अरे किसने बनाया था उनको सांसद? वो सांसद भी हैं वो केवल क्रिकेटर ही नहीं हैं। और अगर न भी होते, लता मंगेशकर भी सांसद नहीं हैं। तो भी वो हिंदुस्तानी हैं। हिंदुस्तान के हक में खड़ा होना, ये इधर-उधर की बात नहीं है। इधर उधर की बात होती है जब आप मिया खलीफा के भक्त बन जाते हैं और लता मंगेशकर के खिलाफ बोलने लगते हैं।’

बीजेपी नेता बोले- ‘आप सचिन तेंदुलकर पर तो स्याही गिराते हैं, मगर रिहाना-रिहाना कर के दिन रात उनके भक्त बन जाते हैं। ये होती है इधर उधर की बात। आप जैसे लोग एक ही परिवार के तीन तीन लोगों को भारत रत्न दिया। इंदिरा जी और नेहरू जी ने खुद को भारत रत्न दिया। उन्होंने खुद को कागज में लिख कर भारत रत्न दे दिया।’

संबित ने आगे कहा- ‘स्वरा भास्कर और ये सेलेब्स कुछ नहीं हैं,ये कुछ भी लिख सकते हैं। वो सब बल्ले बल्ले। सचिन तेंदुलकर और लता मंगेशकर करें तो ये तो गायिका हैं. ये क्रिकेटर हैं अपनी औकात में रहें। वाह? और स्वरा भास्कर मल्लिका है। ये सब अवॉर्ड वापसी कर रहे थे ना?’