पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) चीफ महबूबा मुफ्ती ने एलान किया है कि जब तक जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को बहाल नहीं किया जाता, तब तक वे चुनाव नहीं लड़ेंगी। हालांकि उन्होंने साफ किया कि उनकी पार्टी पीडीपी चुनाव जरूर लड़ेगी। महबूबा मुफ्ती की इस घोषणा के बाद सियासी गलियारों में कई अनुमान लगाए जा रहे हैं। इसको लेकर कवि कुमार विश्वास की भी प्रतिक्रिया आई है।

कुमार विश्वास ने इसको लेकर ट्वीट किया, ‘भौत-भौत-भौत धन्यवाद बुआ। बस अब इस कौल पर डटीं रहना।’ कुमार विश्वास की पोस्ट पर यूजर्स की भी अलग-अलग प्रतिक्रिया आ रही है। यूजर इरशाद अली ने लिखा, ‘आपने भी कश्मीर मुद्दे की माईग्रेसन से तुलना किया था और बोला था दो डॉक्टर (मोदी और अमित शाह) ने ऑपरेशन कर दिया। आपकी भी कश्मीर समझ ठीक नहीं है क्योंकि माईग्रेसन का इलाज ऑपरेशन से नहीं होता है।’

यूजर जगदीश श्रीवास्तव लिखते हैं, ‘काश। इस तरह का प्रण कश्मीरी पंडितों के लिए भी किया होता। क्योंकि वायदा किया है तो निभाना तो पड़ेगा ही।’ यूजर शैलेश वर्मा ने लिखा, ‘नेताओं की जुबान और ज़मीर दोनों पर भरोसा करना मतलब खुद को धोखा देने के बराबर है।’ मनोज कुमार नाम के यूजर ने लिखा, ‘देश का संविधान अगर लागू हो जाएगा तो लड़ना तो दूर वोट तक नहीं दे पाएंगे।’ आभा सिंह परिहार नाम की यूजर लिखती हैं, ‘आपकी तरह हर कोई ज़ुबान का पक्का नहीं होता सर। राजनीति में जुबान पर कायम रहने वाले लोग कम ही होते हैं।’

बता दें, पत्रकारों से बातचीत के दौरान महबूबा मुफ्ती ने कहा कि जब तक आर्टिकल 370 और 35A बहाल नहीं हो जाता है वे खुद चुनाव नहीं लड़ेंगी। जम्मू कश्मीर की पार्टियों से बाचचीत के सवाल पर उन्होंने कहा कि बातचीत का प्रयास केंद्र सरकार को ही करना है। सबकुछ उनके ही हाथ में है. महबूबा मुफ्ती ने कहा कि हमारी पार्टी DDC का चुनाव लड़ेगी। उन्होंने ये भी आरोप लगाया कि DDC चुनावों में प्रचार नहीं करने दिया गया वहीं राजनीतिक प्रक्रिया भी अटकी हुई है।

महबूबा मुफ्ती ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर हमला करते हुए कहा, ‘ऐसा लगता है कि गांधी का भारत गोडसे का भारत बन गया है।’ पीडीपी प्रमुख ने अपनी दलील को साबित करने के लिए भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच का सहारा लिया।