महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा है बॉलीवुड को बदनाम या खत्म करने या शिफ्ट करने के प्रयासों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उद्धव ठाकरे का यह बयान सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में चल रही जांच और बॉलीवुड को लेकर मीडिया में आ रही तमाम खबरों के बीच आया है। मुख्यमंत्री ऑफिस की ओर से जारी किए गए स्टेटमेंट के अनुसार मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मल्टीप्लेक्स और थियेटर मालिकों की एक मीटिंग में कहा कि फिल्म इंडस्ट्री को खत्म करने या कहीं और शिफ्ट करने के प्रयासों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
उद्धव ठाकरे ने कहा कि मुंबई देश की फाइनेंशियल कैपिटल ही नहीं बल्कि एंटरटेनमेंट कैपिटल भी है। इस दौरान उद्धव ठाकरे ने बॉलीवुड इंडस्ट्री की अहमियत बताते हुए कहा कि दुनिया में बॉलीवुड की शानदार फॉलोइंग है। फिल्म इंडस्ट्री राज्य में बड़ी संख्या में रोजगार प्रदान कर रही है। पिछले कुछ समय में बॉलीवुड की इमेज खराब करने की कोशिश की गई है जो गलत है। बता दें कि हाल ही में उत्तर प्रदेश सरकार ने फिल्म निर्माताओं को आकर्षित करने के लिए फिल्म सिटी बनाने का ऐलान किया था।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने आगे कहा कि एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री राज्य की अर्थव्यवस्था में अहम योगदान देती है और राज्य सरकार सिनेमा हॉल्स को दोबारा खोलने के लिए उत्सुक है। उन्होंने सिनेमा मालिकों की मीटिंग में बताया कि राज्य के कल्चर डिपार्टमेंट ने सिनेमा हॉल्स को दोबारा खोलने के लिए स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसिजर शुरू कर दिया है।एसओपी के फाइनल होने के बाद सिनेमा हॉल्स खोलने का निर्णय लिया जाएगा।
उद्धव ठाकरे ने कहा कि सिनेमा हॉल्स को 50 फीसदी सीटों के साथ फिर से खोला जाएगा। इस दौरान सामाजिक दूरी और सैनिटाइजेशन का भी ध्यान रखा जाएगा। इससे पहले उद्धव सरकार में मंत्री अमित देशमुख ने कहा था फिल्म के दौरान लोग एक छत के नीचे लगभग ढाई घंटे तक रहेंगे। इस दौरान हम सफाई और सेनिटाइजेशन के साथ-साथ सामाजिक दूरी का विशेष ध्यान रखेंगे। अमित देशमुख ने मल्टीप्लेक्स खोलते वक्त फिल्म देखने जाने वाले लोगों की सुरक्षा का विशेष ध्यान रखने की बात कही थी।