लता मंगेशकर ने 8 दशकों तक गायन को अपनी जिंदगी समर्पित कर दी थी। महज 13 साल की उम्र में सिंगिंग करियर शुरू करने वाली लता जी का आज 93वां जन्म दिन है। इस अवसर पर अयोध्या में एक प्रमुख चौराहे पर 14 टन वजन वाली और 40 फुट वीणा की मूर्ति स्थापित की गई है। सीएम योगी आदित्यनाथ व केंद्रीय संस्कृति मंत्री जी किशन रेड्डी चौक का उद्घाटन करेंगे।

वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपना वीडियो संदेश देंगे। इसके साथ ही राम कथा पार्क में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन भी किया जाएगा। इस मौके पर महान संत महंत और जनप्रतिनिधियों को भी जिला प्रशासन ने आमंत्रित किया है। समारोह में लता मंगेशकर के भतीजे व बहू भी आ रहे हैं। लता दीदी के जन्मदिन के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिवंगत गायिका लता मंगेशकर को याद करते हुए ट्वीट किया है।

पीएम नरेंद्र मोदी ने किया ट्वीट

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि ऐसा बहुत कुछ है, जो मुझे याद है। अनगिनत बातचीत जिनमें उन्होंने इतना स्नेह बरसाया। मुझे खुशी है कि आज अयोध्या में एक चौक का नाम उनके नाम पर रखा जा रहा है। महानतम भारतीय शख्सियत को सच्ची श्रद्धांजलि।

सीएम योगी आदित्यनाथ ने किया याद

योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट करते हुए लिखा कि संगीत जगत की अप्रतिम हस्ताक्षर, लोकप्रिय पार्श्व गायिका, अपने सुरों से संगीत जगत को समृद्ध करने वाली सुर साम्राज्ञी भारत रत्न लता मंगेशकर को उनकी जयंती पर विनम्र श्रद्धांजलि। आप हम सभी की स्मृतियों में सदैव जीवित रहेंगी।

लता मंगेशकर के को इस गाने से मिली पहचान

बता दें कि लता का असली नाम हेमा हरिदकर था। लता मंगेशकर ने सिर्फ 13 साल की उम्र में फिल्म ‘पहिली मंगलागौर’ से डेब्यू किया था और उनकी पहली कमाई 25 रुपए थी। इसके बाद फिल्म ‘मजबूर’ के गीत से लता जी को पहचान मिली थी। इसके बाद उन्होंने ‘पिया तोसे नैना लागे रे’, ‘ये गलियां ये चौबारा’, ‘प्यार हुआ इकरार हुआ’, ‘तेरे बिना जिंदगी से’, ‘आज फिर जीने की तमन्ना है’, ‘अच्छा तो हम चलते हैं’, ‘लग जा गले’, ‘अजीब दास्तान है ये’, ‘तुझे देखा तो’, ‘किया जले’ और ‘तेरे लिए’ जैसे मशहूर गानों को अपनी आवाज दी।