जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी चीफ़ महबूबा मुफ्ती के हालिया बयान पर विवाद खड़ा हो गया है। तालिबान के बहाने उन्होंने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार को धमकी दे डाली कि सुधर जाओ, पड़ोस में देखो क्या हो रहा है। उनके इस बयान की काफ़ी आलोचना हो रही है। कवि कुमार विश्वास ने उनके इसी बयान का इस्तेमाल कर उन्हें नसीहत दी है कि वो सुधर जाएं।
कुमार विश्वास ने सोमवार को अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से किए गए एक ट्वीट में महबूबा मुफ्ती को बुआ कहकर संबोधित किया है। उन्होंने महबूबा मुफ्ती के बयान की ख़बर शेयर करते हुए ट्वीट किया है, ‘अपने ही स्टेटमेंट को दोबारा पढ़ो महबूबा मुफ्ती बुआ- “समय रहते सुधर जाओ, अपने पड़ोस में देखो क्या हो रहा है”।’
महबूबा मुफ्ती ने कुलगाम में आयोजित एक सभा को संबोधित करते हुए ये बयान दिया था। उन्होंने केंद्र सरकार के लिए तीखे शब्दों का इस्तेमाल करते हुए कहा था, ‘बार बार मैं ये कहती हूं, हमारा इम्तेहान मत लो। सुधर जाओ, संभल जाओ। पड़ोस में देखो क्या हो रहा है। इतनी बड़ी ताकत अमेरिका…उनकी भी बोरिया-बिस्तर लेकर वहां से (अफ़ग़ानिस्तान से) जाना पड़ा।’
इसी दौरान महबूबा मुफ्ती ने कहा कि सरकार जम्मू कश्मीर का विशेष राज्य का दर्ज़ा पुनः बहाल करे, अपनी गलती सुधारे। उन्होंने कहा, ‘जम्मू कश्मीर के टुकड़े-टुकड़े कर दिए। इस गलती को सुधारो नहीं तो बहुत देर हो जाएगी।’ महबूबा मुफ्ती ने केंद्र सरकार पर भड़कते हुए कहा कि हमारा इम्तेहान न लिया जाए। जिस दिन हमारा सब्र टूटेगा, आप भी नहीं रहोगे, मिट जाओगे।
महबूबा मुफ्ती के इस बयान पर बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्विटर पर कई ट्वीट किए और उन पर निशाना साधा। उन्होंने एक ट्वीट में लिखा कि क्या हो अगर हिंदुओं के सब्र का बांध टूट जाए। वहीं एक और ट्वीट में उन्होंने अपने ही सरकार को कटघरे में खड़ा किया। उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर में भाजपा और पीडीपी गठबंधन का सीएम महबूबा मुफ्ती को जिस व्यक्ति ने बनाया, अब वो माफ़ी मांगे।
स्वामी ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘महबूबा मुफ्ती को जम्मू कश्मीर में भाजपा-पीडीपी गठबंधन का मुख्यमंत्री किसने बनाया था? वो अब जो राष्ट्र विरोधी बकवास कर रहीं हैं, उसे लेकर अब मैं ये मांग करता हूं कि जिसने भी ये निर्णय लिया था, उसे इस बड़ी गलती के लिए माफ़ी मांगनी चाहिए।’