भोजपुरी सिनेमा के ट्रेडिंग स्टार कहे जाने वाले खेसारी लाल यादव (Khesari Lal Yadav) आज किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं। उन्होंने अपने करियर में एक से बढ़कर एक हिट और ब्लॉकबस्टर फिल्मों के साथ ही गाने भी दिए हैं। एक्टर ने इंडस्ट्री में अपने करियर की शुरुआत म्युजिक एलबम से की थी और फिर फिल्मों में एंट्री की थी। फिल्मों में एंट्री करने के बाद आज उनका स्वैग ही अलग है। म्यूजिक इंडस्ट्री में तो वो अपनी आवाज के दम पर एंट्री कर चुके थे लेकिन, फिल्म के लिए उन्हें कड़ी मशक्कत करनी पड़ी थी। अगर निरहुआ ना होते या फिर वो उनकी मदद ना करते तो शायद खेसारी फिल्मों में एंट्री भी नहीं कर पाते।
दरअसल, खेसारी लाल कई बार अपने स्ट्रगल को लेकर बात कर चुके हैं। ऐसे में सोशल मीडिया पर एक वीडियो क्लिप वायरल हो रही है, जिसमें वो म्यूजिक वर्ल्ड में नहीं बल्कि फिल्मों में करियर की शुरुआत को लेकर बात करते हुए नजर आ रहे हैं। एक्टर दावा करते हैं कि अगर दिनेश लाल यादव निरहुआ उनकी मदद ना करते तो शायद उनकी फिल्मों में एंट्री कभी नहीं हो पाती। भोजपुरी एक्टर खेसारी लाल का वायरल वीडियो भोजपुरी अवॉर्ड शो का है। इस दौरान जब उन्हें अवॉर्ड मिलता है तो ऑडियंस में बैठे निरहुआ को देखकर उनको पुराने दिन याद आ जाते हैं।
वायरल वीडियो क्लिप में खेसारी, निरहुआ को लेकर कहते हैं, ‘बड़े भैया दिनेश लाल यादव जी, ये तो समझिए कि इन्होंने तो मुझे पैदा ही किया है। मेरी पहली फिल्म अगर ये नहीं चाहते तो शायद मैं खेसारी लाल यादव आप सबके बीच शायद खड़ा भी नहीं होता। मेरी पहली फिल्म के फाइनेंसर यही थे। उन्होंने ही पैसे देकर मेरी पहली फिल्म साजन चले ससुराल रिलीज कराया था।’ आपको बता दें कि खेसारी लाल यादव की पहली भोजपुरी फिल्म ‘साजन चले ससुराल’ है, जिसमें उनके साथ एक्ट्रेस स्मृति सिन्हा लीड रोल में थीं।
पहली फिल्म में छूट गए थे खेसारी लाल के पसीने
गौरतलब है कि खेसारी लाल यादव ने खुद शेयर किया था कि पहली फिल्म के दौरान कैसे स्मृति सिन्हा के साथ काम करते हुए उनके पसीने छूट गए थे। एक्टर ने बताया था कि जब उन्होंने पहली बार स्मृति सिन्हा को देखा था तो वो बहुत नर्वस हो गए थे। खेसारी ने बताया था कि जब-जब वो स्मृति सिन्हा को छूते या पकड़ते थे तो उन्हें लूज मोशन हो जाता था। एक्टर ने बताया था कि वो अभिनेत्री को देखकर इसलिए घबरा जाते थे क्योंकि जब वो फिल्मों में एंट्री कर रहे थे तो उस समय स्मृति काफी सीनियर थीं। इसलिए सीनियर एक्टर के साथ पहली बार काम करते समय घबरा रहे थे। इतना ही नहीं, ट्रेंडिंग स्टार ने ये भी बताया कि वो गांव में रहते थे तो इससे पहले कभी इतनी सुंदर लड़की देखी नहीं थी।
खेसारी आगे बताते हैं कि कैसे वो कंफर्टेबल होते हैं। वो कहते हैं कि बाद में स्मृति सिन्हा ने उन्हें कंफर्टेबल किया। उन्होंने सलाह दी कि वो उन्हें अपनी पत्नी समझकर ही एक्टिंग करें। इसके बाद क्या था। दोनों की जोड़ी स्क्रीन पर यहां से हिट रही थी और बैक टू बैक दोनों ने ढेरों फिल्मों में साथ में काम किया था।
बेहद गरीबी में बीता है खेसारी का बचपन, पिता बेचते थे चना
खेसारी लाल अपने स्ट्रगल को लेकर कई बार बात कर चुके हैं। उन्होंने कई इंटरव्यूज में बताया है कि उनका बचपन बेहद ही गरीबी में बीता है। लहरें के साथ बातचीत में एक्टर ने अपने स्ट्रगल के बारे में बताया था कि जब उनका जन्म हुआ था तो उस समय उनके पास घर नहीं था। बारिश और बाढ़ में ढह गया था क्योंकि मिट्टी का बना हुआ था। इसके बारे में उन्हें उनकी मां ने बताया था। वो मां की बात को यादकर बताते हैं कि घर ना होने की वजह से खेसारी का जन्म पड़ोस के एक घर में हुआ था। उनरे पिता अकेले कमाने वाले थे। खेसारी बताते हैं कि गरीबी का आलम इस कदर था कि वो तीन भाई थे और वो छोटे थे। सभी को एक जैसे कपड़े सिले जाते थे। बड़े भाई से जब कोई पैंट छोटी हो जाती थी तो उसे छोटा पहनता था। खेसारी ने बताया था कि उनके पिता चना बेचकर घर चलाते थे। वहीं, वो भी जब बड़े हुए तो पिता का हाथ बटाने के लिए दूध बेचने लगे। बाद में शादी हुई तो सिंगर बनने के लिए दिल्ली में लिट्टी चोखा बेचा और यहां से पैसे जुटाकर अपने एलबम्स रिकॉर्ड किए।
फ्लॉप से हुई शुरुआत, पिता का मिला सपोर्ट
इसी के साथ ही खेसारी ने इसी इंटरव्यू में ये भी बताया था कि म्यूजिक इंडस्ट्री में उनकी शुरुआत फ्लॉप एलबम से हुई थी। एक्टर बताते हैं कि वो स्टेज शोज करते थे। रामायण और महाभारत के गायक थे। इसके लिए उन्हें 100-500-1100 रुपए मिल जाया करते थे। तब उन्होंने एक कैसेट बनाया, जो बिहार के तीन जिला छपरा, सिवान और गोपलगंज में खूब हिट हुआ था। लेकिन, इसके पहले उन्होंने दो कैसेट बनाए थे जो कि फ्लॉप रहा था। लेकिन, उनके पिता का सपोर्ट मिला और आगे कैसेट बनाया जिसके हिट होने के बाद एक कैसेट मालिक ने उनका हाथ थाम लिया था। अभिनेता ने बताया कि उन्होंने बिना पैसे के उनका गाना रिकॉर्ड किया। वो भी हिट रहा। इसके बाद खेसारी के अपने पैसे नहीं लगे। कंपनी प्रोजेक्ट होते थे। वो उनके लिए गाते थे। खेसारी ने बताया कि इस कैसेट को करते हुए उन्होंने एक एलबम ‘माल भेटाई मेला में’ गाया था, जिसने इंडस्ट्री के धुरंधरों को भी पीछे छोड़ दिया था और इसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा।
आपको बता दें कि खेसारी लाल यादव ने भोजपुरी म्यूजिक एलबम से हिट होने के बाद फिल्मों में स्मृति सिन्हा के साथ करियर की शुरुआत की थी। उनकी पहली भोजपुरी फिल्म ‘साजन चले ससुराल’ थी।