Khel Ratna Award: केंद्र सरकार ने राजीव गांधी खेल रत्न अवॉर्ड का नाम बदलकर मेजर ध्यानचंद अवॉर्ड कर दिया है। पीएम मोदी का कहना है कि इसे लेकर देशभर से लोग अनुरोध कर रहे थे। मोदी सरकार के इस कदम के बाद से ही अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम का नाम बदले की भी मांग होने लगी। कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने पीएम मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि अहमदाबाद के नए स्टेडियम का नाम भी बदल दीजिए तो वहीं पुण्य प्रसून बाजपेयी ने भी मामले पर ट्वीट किया।

कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने ट्वीट में अहमदाबाद के स्टेडियम का जिक्र करते हुए लिखा, “प्रिय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी, जनता की भारी मांग है कि अहमदाबाद के नए स्टेडियम से अपना नाम हटाकर किसी खिलाड़ी के नाम पर कर दीजिए। खिलाड़ियों के सम्मान में भी राजनीतिक दांवपेंच क्यों?”

राज बब्बर ने मोदी सरकार के इस कदम पर प्रतिक्रिया देते हुए लिखा, “राजीव गांधी खेल रत्न अवॉर्ड का नाम बदलकर मेजर ध्यानचंद खेल रत्न अवॉर्ड रखने का प्रयास अच्छा है। हॉकी के जादूगर थे मेजर ध्यानचंद। अहमदाबाद में नेता के नाम पर जो नए स्टेडियम का नाम रखा गया है, अब शायद उसका नाम भी बदला जाए।”


पुण्य प्रसून बाजपेयी ने खेल रत्न पुरस्कार से पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का नाम हटाए जाने पर लिखा, “शानदार, मेजर ध्यानचंद खेल रत्न अवॉर्ड, आगे गुजरात में नरेंद्र मोदी स्टेडियम, दिल्ली में अरुण जेटली स्टेडियम।” खेल रत्न पुरस्कार को लेकर गिये गए ट्वीट यहीं नहीं रुके।

 


मशहूर पत्रकार स्वाति चतुर्वेदी ने सरकार के इस कदम पर ट्वीट किया, “बेहतरीन फैसला। नरेंद्र मोदी स्टेडियम शायद ठीक है?”

सपा नेता आईपी सिंह ने पीएम नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए लिखा, “मोदी जी ने गुजरात के सबसे पुराने सरदार पटेल मोटेरा स्टेडियम का नाम खुद के नाम पर रख लिया था। एक कहावत मशहूर है, ‘अपने करें तो रासलीला, दूसरा करे तो कैरेक्टर ढीला।”

मशहूर स्तंभ लेखर और फिल्म रिसर्चर ने अहमदाबाद के स्टेडियम को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी को सलाह देते हुए लिखा, “लगे हाथ अहमदाबाद के नए स्टेडियम का नाम भी बदल दीजिए प्रधानमंत्री जी।”


बता दें कि खेल रत्न पुरस्कार के नाम को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया था, जिसमें उन्होंने लिखा, “मुझे पूरे भारत के नागरिकों से खेल रत्न पुरस्कार का नाम मेजर ध्यानचंद के नाम पर रखने के लिए अनुरोध प्राप्त हो रहे हैं। उनकी भावनाओं का सम्मान करते हुए, खेल रत्न पुरस्कार को मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार कहा जाएगा।”