बॉलीवुड के मशहूर एक्टर कमाल राशिद खान इन दिनों अपने ट्वीट को लेकर काफी सुर्खियों में बने हुए हैं। कमाल राशिद खान अकसर बॉलीवुड के अलावा समसामयिक मुद्दों पर भी बेबाकी से ट्वीट करते हुए और अपने विचार साझा करते हुए नजर आते हैं। कई बार वह उन ट्वीट को लेकर चर्चा में भी आ जाते हैं। ऐसा ही हाल उनके एक और ट्वीट पर भी देखने को मिल रहा है, जिसमें उन्होंने कहा कि हम आरएसएस के गुलाम हो गए हैं। इसके साथ ही उन्होंने भाजपा शासन की तुलना अंग्रेजी शासन से भी की।
कमाल राशिद खान ने भाजपा पर तंज कसते हुए ट्वीट में लिखा, “ब्रिटिशों ने एक कानून बनाया था, जिसके तहत लोगों के प्रदर्शन करने पर प्रतिबंध था। और अब 100 सालों बाद भाजपा ने भी वैसा ही कानून बनाया है, जिसमें लोगों के प्रदर्शन करने पर प्रतिबंध है। प्रदर्शन करने वालों को जेल तक भेजा जा सकता है। इसका मतलब है कि हम फिर से गुलाम बन गए, लेकिन इस बार आरएसएस के गुलाम हैं। जय हो।”
कमाल राशिद खान के इस ट्वीट पर सोशल मीडिया यूजर ने भी कमेंट किये। एक यूजर ने एक्टर के ट्वीट के जवाब में लिखा, “तालिबान ने देश में सभी तरह के प्रदर्शनों पर बैन लगा दिया है। भाजपा ने यूपी में अगले छह महीनों के लिए हड़ताल पर रोक लगा दी है। दोनों अलग-अलग लगते हैं, लेकिन इनका उद्देश्य एक ही है। यह एक ऐसा निर्णय है जो उल्टा भाजपा को ही चोट पहुंचाएगा।”
श्याम नगीना नाम के यूजर ने कमाल राशिद खान के ट्वीट का जवाब देते हुए लिखा, “ठीक ही तो है, इसीलिए भाजपा के पूर्वजों ने अंग्रेजों की खिलाफत नहीं की थी।” दीपन दत्ता नाम के यूजर ने लिखा, “इतिहास में सबसे खराब सरकार भाजपा की मानी जाएगी, जिसने आम आदमी की जिंदगी को नर्क बना दिया है।”
किसानों के समर्थन में आए एक्टर: बता दें कि कमाल राशिद खान ने किसानों को लेकर भी ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने सरकार के कदम पर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने लिखा, “मैं उन सभी किसानों को सलाम करता हूं जो बीते 9 महीनों से शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे हैं। मैं सरकार की असहिष्णुता देखकर हैरान हूं।” कमाल राशिद खान यहीं नहीं रुके। अपने एक ट्वीट में उन्होंने धर्मेंद्र प्रधान को शिक्षा मंत्री बनाए जाने पर भी रिएक्शन दिया।
धर्मेंद्र प्रधान के शिक्षा मंत्री बनने पर किया ट्वीट: कमाल राशिद खान ने ट्वीट में लिखा, “धर्मेंद्र प्रधान बीते सात सालों से पेट्रोलियम मंत्री थे और अब उन्हें देश का शिक्षा मंत्री बना दिया गया है। इससे यह साबित होता है कि हमारी सरकार शिक्षा को लेकर कितनी ज्यादा गंभीर है। जो आदमी सात साल पेट्रोल बेच सकता है, वो अब आने वाली पीढ़ियों की शिक्षा तय करेगा। अविश्वसनीय है।”