जून 25 सन 1983…लार्ड्स में भारत और वेस्टइंडीज के बीच हुए फाइनल मैच में विवियन रिचर्ड्स और कृष्णामाचारी श्रीकांत के सात-सात चौके एक पूरी पीढ़ी के दिमाग में अभी तक अंकित हैं। इस मैच में आश्चर्यजनक तरीके से भारत ने जीत हासिल कर पहली बार विश्व कप जीता था। यह रोमांच 24 दिसबंर को बड़े परदे पर उतरने के लिए तैयार है रणवीर सिंह और दीपिका पादुकोण की ‘83’ के जरिए। दूसरी ओर इसी दिन अक्षय कुमार, धनुष और सारा अली खान की ‘अतरंगी रे’ ओटीटी प्लेटफार्म पर रिलीज होगी।
क्रिकेटर बलविंदर सिंह संधू और यशपाल शर्मा ने 2019 की गर्मी के मौसम में फिल्म ‘83’ के कलाकारों को धर्मशाला में प्रशिक्षण दिया और फिल्म की यूनिट 9 से 25 जून 1983 में आयोजित विश्व कप क्रिकेट मैच को परदे पर उतारने के लिए तैयार हो गई। रिचर्ड्स और श्रीकांत के सात सात- चौकों वाले इस अविस्मरणीय मैच की कहानी एक दो नहीं सात-सात निर्माता मिलकर दिखाने के लिए तैयार हैं, जिनमें अभिनेत्री दीपिका पादुकोण, कबीर खान, अनुराग कश्यप, कबीर खान और रिलायंस एंटरटेनमेंट शामिल हैं। यह ‘अतरंगी रे’ के साथ रिलीज हो रही है। सिनेमा कारोबार की दुनिया में ऐसे कई उदाहरण हैं जब दो बड़ी फिल्में एक ही दिन रिलीज हुर्इं और दोनों ने टिकट खिड़की पर खूब कमाई की।
‘83’ में रणवीर सिंह को कपिल देव, दीपिका को उनकी पत्नी रोमी, पंकज त्रिपाठी को 1983 कीभारतीय क्रिकेट टीम के मैनजर पीआर मानसिंह, ताहिर राज भसीन को सुनील गावस्कर की भूमिका में देखा जा सकेगा। चूंकि भारत में क्रिकेट और सिनेमा खूब पसंद किया जाता है, इसलिए माना जा रहा है कि ‘83’ दर्शकों को सिनेमाघरों में वापस ला सकती है, जो बहुत महत्वपूर्ण है। दूसरी ओर दर्शकों का एक वर्ग संगीतप्रधान प्रेम कहानियां भी पसंद करता है। जाहिर है वह घर बैठकर टीवी या मोबाइल पर अक्षय कुमार, दक्षिण के अभिनेता धनुष और सारा अली खान की ‘अतरंगी रे’ देखना पसंद करेगा। दोनों का टकराव अनोखा है। एक तरह से यह टकराव दर्शकों को घरों में सीमित करने और उसे घर से निकाल कर सिनेमाघरों में लाने के बीच भी है।
अक्षय कुमार की ‘लक्ष्मी’ पहले भी ओटीटी पर रिलीज की जा चुकी है। स्पष्ट है कि ओटीटी सिर्फ छोटे बजट की फिल्मों के प्रदर्शन तक सीमित नहीं है, जैसा कि पहली नजर में देखने को मिल रहा है। ओटीटी के लिए कंटेट सप्लाई करने का काम बालीवुड को ही मिलेगा। बालीवुड के अनुभवी और स्थापित निर्माता -निर्देशक आपस में टकराव से हमेशा बचते हैं इसलिए वे एक दूसरे के सामने अपनी फिल्में रिलीज नहीं करते। यशराज फिल्म्स (आदित्य चोपड़ा), धर्मा प्रोडक्शंस (करण जौहर), आमिर खान प्रोडक्शंस प्रा. लि. (आमिर खान), टी सीरीज (भूषण कुमार) नाडियाडवाला ग्रैंडसन (साजिद नाडियाडवाला), सलमान खान फिल्म्स (सलमान खान), आर एस पिक्चर्स (रोहित शेट्टी), रेड चिलीज (शाहरुख खान)… जैसी ताकतवर फिल्म निर्माण कंपनियां जब अपनी फिल्में रिलीज करती हैं तो छोटे बजट की फिल्मों के निर्माताओं को अपनी फिल्मों के लिए दो हफ्तों तक सिनेमाघर नहीं मिल पाते।
एक तरह से इन ताकतवर निर्माताओं की फिल्मों को सिनेमाघरों में धंधा करने के लिए दो हफ्ते का समय मिल जाता है। 2022 में रिलीज होने वाली अब तक घोषित फिल्मों को देखकर तो यही लगता है। मतलब अक्षय कुमार की ‘बच्चन पांडे’, ‘रक्षाबंधन’ और ‘रामसेतु’, आमिर खान की ‘लाल सिंह चड््ढा’, रोहित शेट्टी की ‘सर्कस’, करण जौहर की ‘जुग जुग जियो’ के सामने कोई फिल्म रिलीज नहीं हो रही है।