राजधानी दिल्ली के जहांगीरपुरी में हुई हिंसा की जांच चल रही है। पुलिस ने हिंसा के कई आरोपियों को गिरफ्तार किया है तो वहीं दूसरी तरफ इस मामले को लेकर राजनीति भी खूब हो रही है। आम आदमी पार्टी के नेताओं का कहना है कि दिल्ली की कानून व्यवस्था और सुरक्षा केंद्र सरकार की जिम्मेदारी है। इस पर फिल्ममेकर ने तंज कसा है।
फिल्ममेकर अशोक पंडित ने ट्विटर पर लिखा कि “दिल्ली में 15 लाख कैमरे लगवाने वाले अरविंद केजरीवाल कह रहे हैं कि दिल्ली की सुरक्षा की जिम्मेदारी केंद्र की है, नरेंद्र मोदी जी की है। तो भाईजी आपको जनता ने क्या दंगा कराने के लिए चुना है?” एक और ट्वीट में अशोक पंडित ने आरोपी अंसार की तस्वीर शेयर करते हुए तंज कसा है।
अशोक पंडित ने लिखा कि “ये जहांगीरपुरी का रहने वाला एक गरीब आदमी है। इस पर इल्जाम है कि इसने दंगा भड़काने में अहम रोल निभाया। आप लोग देख लो कि ये कितना सीरियस है। कोर्ट में पेशी के वक्त मीडिया के सामने फिल्मी एक्शन देते हुए इस अपराधी को अपने राजनीतिक आकाओं पर पूर्ण विश्वास है कि वो उसे छुड़ा लेंगे।”
अशोक पंडित के इस ट्वीट पर लोग अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। कुमार नाम के यूजर ने लिखा कि ‘कुछ समय से आप ट्वीट जिस तरह से कर रहे हैं उससे तो यही लगता है कि आपको भी राज्यसभा की सीट चाहिए, लगे रहें मिल जाएगी और Y श्रेणी की सुरक्षा भी, ईश्वर की कृपा बनी रहे।’ दिव्या नाम की यूजर ने लिखा कि ‘केजरीवाल जहां फंसते हैं, वहां ठीकरा केंद्र सरकार पर फोड़ते हैं।’
शशिकांत नाम के यूजर ने लिखा कि ‘दिल्ली की जनता ने केजरीवाल को क्यों चुना है? ये वो देख लेगी सिर्फ विरोध के लिए विरोध न किया करें। मुंह खोलने से पहले यह पता कर लेना था कि क्या कानून व्यवस्था दिल्ली सरकार के अधीन है?’ विकास गुप्ता नाम के यूजर ने लिखा कि ‘दिल्ली पुलिस अमित शाह की बात मानती है, अरविंद केजरीवाल की नहीं और दिल्ली के सातों सांसद (MP) बीजेपी के हैं उनको जनता ने क्या सिर्फ छोले भटूरे खाने के लिए चुना था।’
राजू पंडित नाम के यूजर ने लिखा कि ‘केजरीवाल को क्यों दोष दे रहे हो, उन्होंने भाईचारे के लिए अमानतुल्ला खान को जिम्मेदारी तो दे दी है।’ सुधीर नाम के यूजर ने लिखा कि ‘क्या दिल्ली की कानून व्यवस्था अमित जी के पास नहीं है। अशोक पंडित सही सवाल गलत आदमी से मत पूछिए। रोहिंग्या कैसे राजधानी में बस गये? जवाब है केंद्र सरकार के पास?’