भारत रत्न से सम्मानित पूर्व प्रधानमंत्री और बीजेपी के दिवंगत वरिष्ठ नेता अटल बिहारी वाजपेयी को आपातकाल के दिनों में जेल जाना पड़ा था। ऐसा कई बार हुआ जब वह जेल के अंदर बाहर जाते रहे और इस बीच उनकी तबीयत भी दुरुस्त नहीं थी। ऐसे में एक बार उन्हें जेल की जगह अस्पताल ले जाना पड़ा। ये किस्सा गीतकार मनोज मुंतशिर अपने जादुई शब्दों में पिरो कर बताया है।

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अपने इंस्टाग्राम पर मनोज मुंतशिर ने एक वीडियो शेयर किया है जिसमें वह इमरजेंसी के वक्त का एक किस्सा शेयर करते हैं। मनोज मुंतशिर कहते हैं- ‘आडवाणी जी और अटल जी को कांग्रेस सरकार ने बेंगलुरु की जेल में बंद कर दिया था। फिर अटल जी का स्वास्थ थोड़ा बिगड़ा और उन्हें एम्स में शिफ्ट करना पड़ा। लगभग पूरी इमरजेंसी के दौरान वह अस्पताल में ही थे। वहीं उनकी सर्जरी भी हुई।’

उन्होंने आगे कहा- ‘सर्जरी के बाद जब वह रिकवर कर रहे थे, तो एक दिन उन्हें कमर में बहुत तेज दर्द शुरू हो गया। डॉक्टर आए तो उन्होंने पूरा निरीक्षण किया। इसके बाद डॉक्टर ने उन्हें कहा कि ‘कोई खास बात नहीं है। ऐसा लगात है आप ज्यादा झुक गए, इसलिए दर्द हो रहा है।’ अटल जी दर्द से कराह रहे थे। पर मौका कैसे चूकते, बोले- ‘डॉक्टर साहब, ये कहिए कि ज्यादा मुड़ गए। झुक तो हम सकते ही नहीं।”

मनोज मुंतशिर कहते हैं- ‘मजाक में कही थी पर बात एक दम सही थी। अटल जी जीवन भर अलगाववादी ताकतों से लड़ते रहे। राष्ट्रधर्म के पद पर आगे बढ़ते रहे। क्या-क्या नहीं सहा पर रुके नहीं झुके नहीं।’

अटल बिहारी वाजपेयी के जीवन पर आधारित किताब ‘हार नहीं मानूंगा’ (एक अटल जीवन गाथा) के मुताबिक- इसी वक्त जब वाजपेयी नई दिल्ली के AIIMS में भर्ती थे, तो वहीं उनके कमरे के पास ही में NCP नेता देवी प्रसाद त्रिपाठी का भी कमरा था। ऐसे में वाजपेयी जी ने देवी प्रसाद से शाम का प्रोग्राम पूछा। अटल बिहारी वाजपेयी ने कहा “शाम की क्या व्यवस्था है।” बीजेपी नेता के इस सवाल के बाद देवी प्रसाद त्रिपाठी ने किसी तरह अच्छी व्हिस्की का इंतजाम किया था, जबकि खुद वाजपेयी ने चिकन के साथ अन्य खाने की चीजें मंगाई थीं।