महाराष्ट्र में कई दिनों से चली आ रही सियासी हलचल अब धीरे-धीरे कम होने की उम्मीद है। दरअसल 30 जून को एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बन गए हैं। इसी के साथ महाराष्ट्र के पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस उपमुख्यमंत्री बने हैं। इसी बीच इंदौर आए कवि कुमार विश्वास ने महाराष्ट्र में चल रही सियासत पर तंज कसा है।

कुमार विश्वास फडणवीस के डिप्टी सीएम बनने पर कसा तंज: कुमार विश्वास हाल ही में इंदौर में एक निजी कोचिंग संस्थान के कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे थे। इस कार्यक्रम में उनके साथ पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन भी मौजूद थी। विश्वास ने महाराष्ट्र में चल रही सियासत पर अपनी बात रखी, उन्होंने कहा कि देवेंद्र फडणवीस भाई का दो-तीन दिनों से टीवी पर भाषण चल र हा था, मैं समंदर हूं लौटकर आउंगा उन्हें घर तो मिल गया लेकिन कमरा छोटा मिला। वहीं एकनाथ को बड़ा कमरा मिल गया है।

कुमार विश्वास बोले इंदौर से पुराना नाता है- कुमार ने आगे कहा कि इंदौर से मेरा नाता किसी सेलिब्रिटी होने से ज्यादा इंदौरी होने का है, क्योंकि लोगों को लगता है कि उनकी बातचीत में जितना इंदौरीपन है, उतना ही मेरे अंदर भी है, इसलिए इंदौर को व लोगों को लगता है कि मैं उनका ही आदमी हूं।

देवेंद्र फडणवीस नहीं बनना चाहते थे डिप्टी सीएम: एएनआई ने सूत्रों के हवाले से बताया कि देवेंद्र फडणवीस किसी तरह का पद लेना नहीं चाहते थे। फडणवीस सरकार से बाहर रहकर शिंदे को समर्थन देना चाहते थे, लेकिन अंतिम समय में पीएम मोदी का दो बार कॉल आया और वे टाल नहीं सके और उन्होंने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली। इसके साथ ही बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ-साथ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी ट्विटर पर फडणवीस से अपील की थी।

फडवीस को थी महाराष्ट्र की हर बात की जानकारी- सूत्रों के मुताबिक महाराष्ट्र की सियासत में बीजेपी ने 90 फीसदी फैसले भी फडणवीस पर छोड़ दिए थे। महाराष्ट्र के पूरे सियारी घटनाक्रम पर फडणवीस पिछले 15 दिनों से नजर रख रहे थे। पार्टी के एक शीर्ष नेता ने समचार एजेंसी एएनआई को बताया कि फडणवीस को कोई निर्देश नहीं दिया गया था और किसी को भी नहीं पता था कि वह सरकार का हिस्सा नहीं होंगे। फडणवीस के अचानक लिए गए फैसले से केंद्रीय नेतृत्व के साथ-साथ खुद शिंदे भी चौंक गए थे।