दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल गुजरात विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा को घेरने में लगे हुए हैं। केजरीवाल ने एक ट्वीट कर कहा कि ‘महाराष्ट्र के सीआर पाटिल गुजरात भाजपा अध्यक्ष हैं। भाजपा को अपना अध्यक्ष बनाने के लिए एक भी गुजराती नहीं मिला? लोग कहते हैं, ये केवल अध्यक्ष नहीं, गुजरात सरकार यही चलाते हैं। असली CM यही हैं। ये तो गुजरात के लोगों का घोर अपमान है। भाजपा वालों, गुजरात को गुजराती अध्यक्ष दो।’
फिल्ममेकर अशोक पंडित ने सीएम केजरीवाल के इस ट्वीट पर जवाब देते हुए कहा कि ‘आप दिल्ली में क्या कर रहे हैं केजरीवाल जी ? देश को बाटने के अलावा भी कुछ करो!’ अरविंद केजरीवाल के इस ट्वीट पर लोग भी अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। शिव कुमार नाम के यूजर ने लिखा कि ‘केजरीवाल का काम ही है,आपस में लड़ाओ और राज करो।’
अजय नाम के यूजर ने लिखा कि ‘देश के इकलौते ऐसे मुख्यमंत्री हैं, जिनके पास अपने राज्य की समस्याओं को छोड़कर अन्य राज्यों की हर समस्या का समाधान है। प्रवीण पटेल नाम के यूजर ने लिखा कि ‘यह एक आईआईटीयन की सोच है। स्वयं हरियाणा से हैं और दिल्ली के सीएम बने हैं। शर्म की बात है अरविंद केजरीवाल, ऐसी गंदी राजनीति कौन करता है।’
प्रेम कबीर नाम के यूजर ने लिखा कि ‘यह आपका काम नहीं है कि कौन क्या बनेगा? दिल्ली के सबसे महंगे रिहायशी इलाकों में भी ठीक से पानी नहीं आता। पहले अपने क्षेत्र में काम करें और अधिक चतुर बनने की कोशिश न करें। वैसे भी गुजराती आपको कभी नहीं चुनेंगे।’ एक यूजर ने लिखा कि ‘मुझे तो यही समझ में नहीं आ रहा रैली क्यों कर रहे है? यूट्यूब पर डाल देते, पैसे और समय दोनों की बचत होती।’
ब्रजेश यादव नाम के यूजर ने लिखा कि ‘यही तो भाजपा की पहचान है कि कहीं का, कोई भी व्यक्ति पूरे देश में कुछ भी बन सकता है। आप ये बताओ अरविंद जी, इतने दिनों से किस लोकतांत्रिक प्रकिया से आप अपने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने हुए हो?’ अम्बरीश सिंह नाम के यूजर ने लिखा कि ‘अच्छा तो सबसे पहले दिल्ली में ये आप लागू क्यों नहीं करते? आप तो खुद हरियाणा से हो’
अश्विनी मिश्रा नाम के यूजर ने लिखा कि ‘ये दिल्ली में भाजपा की बैंड बजा रहे है और धीरे धीरे पूरे देश मे बजाएंगे, परेशान मत होइए.. आपका भी नंबर आएगा।’ नावेद नाम के यूजर ने लिखा कि ‘खुद केजरीवाल भी जानते हैं कि उनका लॉलीपॉप, जैसे 300 यूनिट मुफ्त बिजली, महिलाओं को 1000 प्रति माह, रोजगार, शिक्षा आदि गुजरात में काम नहीं करेगा क्योंकि राज्य पहले से ही अच्छा काम कर रहा है। इसलिए उन्होंने विभाजनकारी राजनीति करना शुरू कर दिया है।’
