प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपने रेडियो कार्यक्रम Mann Ki Baat के जरिए देश को संबोधित किया। अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने टोकियो ओलंपिक में हिस्सा लेने पहुंचे खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दी। साथ ही लोगों से यह अपील की कि त्योहारों के दौरान लोग उचित प्रोटोकॉल का पालन करें क्योंकि हमारे बीच से कोरोना अभी गया नहीं है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात पर विपक्षी नेता आलोचनात्मक रुख अपनाते हैं। यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास बी वी ने पीएम मोदी के मन की बात पर ‘पेगासस’ का जिक्र करते हुए तंज़ किया है।

उन्होंने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से किए गए एक ट्वीट में लिखा कि हमें लगता था कि पीएम हमारे मन की बात नहीं सुनते लेकिन 7 साल बाद पता चला कि वो पेगासस बनाकर हमारी बातें सुन रहे हैं। अपने ट्वीट में श्रीनिवास ने लिखा, ‘7 साल बीत गए सिर्फ इस ख्याल में कि वो हमारे ‘मन की बात’ नही सुनता। 7 साल बाद खुलासा हुआ तो पता लगा कि पेगासस बनकर व्हाट्सएप, गैलरी इत्यादि में बैठकर ‘मन की बात’ सुन भी रहा था, देख भी रहा था। चौकीदार नही ‘पेगासुर’ है..।’

बता दें कि पेगासस एक इजराइली स्पाइवेयर है जिसे निजी कंपनी NSO द्वारा बनाया गया है। पिछले दिनों कुछ राष्ट्रीय, अंतर्राष्ट्रीय मीडिया रिपोर्ट्स में ऐसी बातें सामने आईं कि इस स्पाइवेयर का इस्तेमाल कर कथित रूप से विपक्षी नेताओं, मंत्रियों, पत्रकारों, जजों आदि की जासूसी की जा रही है।

 

इस मुद्दे पर संसद के मानसून सत्र में काफी हंगामा देखने को मिला है। कांग्रेस ने इसे मुद्दा बनाते हुए जांच कराने और गृह मंत्री अमित शाह के इस्तीफे की मांग भी की है। वहीं सरकार का कहना है कि यह देश के खिलाफ एक अंतरराष्ट्रीय साजिश है जिसे कांग्रेस मुद्दा बना रही है।

बहरहाल, कांग्रेस नेता के ट्वीट पर ट्विटर यूजर्स की भी खूब प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। समीर मधोक नाम के एक यूजर ने लिखा, ‘कांग्रेस के लिए इस मुद्दे पर बात करने से ज्यादा जरूरी है, कांग्रेस शासित राज्यों में पेगासस के खिलाफ सीबीआई जांच की।’ अशोक सैनी नाम के एक यूजर लिखते हैं, ‘यदि आम आदमी ऐसा करता तो उसके साथ पुलिस, न्यायालय, प्रशासन, कानून, समाज क्या क्या करता? अपराध तो हुआ है। खैर, बड़े लोगों की बड़ी बात।’

 

अभिषेक यादव नाम के एक यूजर ने लिखा, ‘महोदय के पास काम के लेकर अभी तक कोई योजना नहीं है! 7 सालों में विकास पैदा नहीं हुआ है।’ सोफी लिखती हैं, ‘साहब को अगर काम की बात आती तो देश की ऐसी हालत न होती।’ चंद्रिका वर्मा नाम के एक यूजर ने कांग्रेस नेता को जवाब दिया, ‘बिना आंकड़ों वाली सरकार है। आंकड़ों में आम जनता है ही नहीं तो फिर मन की बात किस लिए?’