राजस्थान के हनुमानगढ़ के 27 साल के श्याम रंगीला के करियर ने सचमुच नरेंद्र मोदी को प्रतिबिंबित किया है। कोरोना महामारी के दौरान लगे लॉकडाउन में श्याम रंगीला ने प्रधानमंत्री की मिमिक्री कर कई वीडियो बनाए थे। इसके बाद सोशल मीडिया पर इनको प्रसिद्धि मिली थी।

मोदी और अन्य राजनेताओं की नकल करने वाले श्याम रंगीला के YouTube पर आठ लाख से अधिक फॉलोअर्स हैं। अपने करियर का एक कदम बढ़ाते हुए वह अब राजस्थान चुनावों से पहले आम आदमी पार्टी के साथ राजनीतिक एंट्री ले ली है। कई टीवी शो में भी श्याम रंगीला अपनी कॉमेडी का जलवा बिखेर चुके हैं, लेकिन अब उनका कहना है कि उन्हें कोई काम नहीं देता; शो में बुलाने से इनकार कर देते हैं।

16 अप्रैल को श्याम रंगीला ने प्रधानमंत्री मोदी को टैग करते हुए कई ट्वीट्स के बाद निर्णय लिया, जिसको लेकर उन्होंने बताया कि एक और अस्वीकृति मिलने के बाद निराशा से लिखा था, “प्रिय पीएम नरेंद्र मोदी जी। मैं एक छोटा कलाकार हूं और आपकी और दूसरे लोगों की मिमिक्री करता हूं। यह दुख की बात है कि मैं टीवी शो में नहीं जा सकता क्योंकि टीवी चैनलों के लोग आपसे डरते हैं। आपको कॉमेडी पसंद है, फिर वे आपकी मिमिक्री से क्यों डरते हैं? क्या आपका नकल करना अपराध है?”

उन्होंने सोशल मीडिया पर अपने फॉलोअर्स का भी शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि अगर ऑनलाइन माध्यम नहीं होता तो उनके कॉमेडी का करियर बहुत पहले ही खत्म हो जाता। इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए श्याम रंगीला कहते हैं, “मैं इन व्यक्तिगत घटनाओं के कारण राजनीति में हूं।”

राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले के मोखमवाला गांव के रहने वाले श्याम रंगीला, जिनका असली नाम श्याम सुंदर है। उनका कहना है कि 2014 में जब मोदी पहली बार पीएम बनने के लिए चुनाव लड़ रहे थे, तब उन्होंने उनके लिए प्रचार किया था। “उस वक्त मैं कुछ भी नहीं था।”

2017 में द ग्रेट इंडियन लाफ्टर चैलेंज पर पीएम की नकल करने के बाद उनका यह नाम सबकी जुबां पर आ गया। श्याम रंगीला ने प्रधानमंत्री की मिमिक्री करने के बाद से कई वीडियो बनाए हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री द्वारा बॉलीवुड अभिनेता अक्षय कुमार को दिए गए साक्षात्कार से संबंधित व उनके गृह जिले श्रीगंगानगर में पेट्रोल की कीमतों में 100 रुपये प्रति लीटर पहुँचने के बाद एक वीडियो बनाया, जो कि बाद में सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।

उन्होंने बताया कि जब पेट्रोल पंप प्रबंधन ने उन्हें एक और वीडियो रिकॉर्ड करने के लिए जगह नहीं दी, तो उन्होंने अपना अगला वीडियो पेट्रोल पंप के पोस्टर के सामने दिया। रंगीला कहते हैं कि, “हर साल, मुझे टीवी शो के लिए चैनलों से कम से कम एक से दो कॉल आते थे, लेकिन बाद में आयोजकों को लगा कि मेरा कंटेन्ट बहुत अधिक राजनीतिक है, इसलिए उन्हें शो करने से मना कर दिया गया। शो के निर्देशक का कहना था कि चैनल मुझे नहीं चाहते।

उन्होंने आगे कहा कि जब 2014 में उन्होंने मोदी के लिए प्रचार किया था तब भी “महंगाई की मार” जैसे नारे प्रासंगिक थे, तो अब क्यों नहीं? जिन लोगों को मैंने ( भाजपा के लिए ) वोट देने के लिए कहा, वह सभी आज मुझसे पेट्रोल, डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी को लेकर पूछते हैं।”

आपको बता दें कि कॉमेडियन श्याम रंगीला को गुरुवार की शाम को ‘आप’ के राजस्थान चुनाव प्रभारी विनय मिश्रा ने पार्टी में शामिल कराया। आम आदमी पार्टी में शामिल होने के बाद रंगीला ने कहा कि ‘AAP’ के विचारों से प्रभावित हूं। रंगीला ने कहा कि मैंने कभी किसी नेता को यह कहते नहीं सुना कि अगर मेरा काम पसंद नहीं आए तो अगली बार वोट मत देना। यह बात केवल आम आदमी पार्टी के नेता कहते हैं।