उत्तर प्रदेश में चुनावी माहौल गर्म है। इसकी ताप सोशल मीडिया पर भी महसूस की जा रही है। ताजा माला यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरिवाल के बीच ट्विटर पर जुबानी जंग से जुड़ा है। दोनों ने एक दूसरे को काफी खरी-खोटी सुनाई। अब सोशल मीडिया पर इन दोनों की नूरा-कुश्ती पर तमाम यूजर्स की प्रतिक्रिया भी आ रही है। खासकर, दोनों मुख्यमंत्रियों की भाषा और शब्दों के चयन की तीखी आलोचना हो रही है।
पत्रकार और फिल्ममेकर विनोद कापड़ी ने दोनों सीएम के इस लहजे की निंदा की है और प्रधानमंत्री मोदी को इसका कसूरवार ठहरा दिया। दरअसल, लोकसभा में अपने संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने केजरीवाल सरकार पर हमला बोला था। इसके बाद केजलीवाल ने पीएम मोदी को झूठा बताया था।
यूपी और दिल्ली के मुख्यमंत्रियों के बीच उस वक्त तल्ख बहस देखने को मिली जब योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘सुनो केजरीवाल, जब पूरी मानवता कोरोना की पीड़ा से कराह रही थी, उस समय आपने यूपी के कामगारों को दिल्ली छोड़ने पर विवश किया। छोटे बच्चों व महिलाओं तक को आधी रात में यूपी की सीमा पर असहाय छोड़ने जैसा अलोकतांत्रिक व अमानवीय कार्य आपकी सरकार ने किया आपको मानवताद्रोही कहें या…’
योगी आदित्यनाथ के इस ट्वीट के बाद सीएम केजरीवाल ने भी उन्हें वैसे ही लहजे में जवाब देते हुए ट्वीट किया, ‘सुनो योगी, आप तो रहने ही दो। जिस तरह UP के लोगों की लाशें नदी में बह रहीं थीं और आप करोड़ों रुपए खर्च करके Times मैगज़ीन में अपनी झूठी वाह वाही के विज्ञापन दे रहे थे। आप जैसा निर्दयी और क्रूर शासक मैंने नहीं देखा।’
दोनों मुख्यमंत्रियों के बीच इस तरह का तीखा संवाद मिनटों में ट्विटर पर वायरल हो गया। विनोद कापड़ी ने ट्वीट किया, ‘दो मुख्यमंत्रियों का राजनैतिक विमर्श इस स्तर तक पहुंच गया है। वजह है – संसद के पटल पर मोदी द्वारा प्रधानमंत्री पद की गरिमा गिरा कर लगातार झूठ बोलना।’
उन्होंने एक और ट्वीट करते हुए लिखा, ‘8 साल में राजनैतिक नेताओं का विमर्श इस घिनौने स्तर तक पहुंच गया है। दो मुख्यमंत्री खुलेआम एक दूसरे के लिए गलीछाप भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं। एक मुख्यमंत्री राज्यपाल को ब्लॉक कर रही हैं। मोदी ने प्रधानमंत्री पद की गरिमा नहीं गिराई होती तो ये सब नहीं देखना पड़ता।’
विनोद कापड़ी ने एक अन्य ट्वीट में लिखा, ‘मैं समझना ये चाहता हूं कि मोदी की ऐसी क्या राजनैतिक मजबूरी थी कि अपनी तमाम नाकामियों ( ख़ासतौर पर करोड़ों का पलायन और लाखों की मौत ) को छिपाने के लिए आज दो साल बाद उन्हें संसद में एक के बाद लगातार झूठ बोलने पड़े? वो भी तक़रीबन दो साल बाद। कोई इसे डिकोड करके बताए।’
उत्तर प्रदेश चुनावों के बीच योगी आदित्यनाथ और अरविंद केजरीवाल के ये ट्वीट जमकर वायरल हो रहे हैं। इसके साथ ही प्रधानमंत्री का संसद में दिया भाषण और उनके तमाम क्लिप्स भी इंटरनेट पर सुर्खियों में बने हुए हैं।