लखीमपुर खीरी में हुई किसानों की हत्या का मामला शांत होता नजर नहीं आ रहा है। जहां एक तरफ नामजद आरोपी आशीष मिश्रा टेनी को गिरफ्तार किया जा चुका है तो वहीं विपक्ष की मांग है कि सरकार अजय मिश्रा टेनी को भी गृह राज्यमंत्री के पद से हटा दें। इस मामले को लेकर ‘आज तक’ के शो ‘हल्ला बोल’ में भी चर्चा की गई, जहां एक तरफ भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कांग्रेस पर दोगले होने का आरोप लगाया तो वहीं सुप्रिया श्रीनेत ने भी सरकार से गृह राज्य मंत्री को पद से हटाने की मांग की।

अंजना ओम कश्यप के शो में भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा, “मामले में पहली गिरफ्तारी आशीष मिश्रा और दूसरी गिरफ्तारी अंकित दास की हुई थी। जहां योगी आदित्यनाथ की सरकार है, वहां कानून से ऊपर कोई नहीं है। लेकिन गिद्द राजनीति का अंत कब होगा। कांग्रेस कितनी दोगली है ये मैं बताऊंगा।”

भाजपा प्रवक्ता ने अपने बयान में आगे कहा, “किसानों की मौत का तो हर जगह जिक्र है, लेकिन यह नहीं लिखा कि बाकी चार नागरिक भी थे, जिनके ऊपर किसी ने जोर जबरदस्ती करके उन्हें मार डाला। चिट्ठी में लिखा था कि न्याय नहीं मिलेगा, लेकिन सर्वोच्च न्यायालय ने संज्ञान लिया कि नहीं। लाशों पर राजनीति करने वालों को राजस्थान नहीं नजर आता है।”

वहीं कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने अजय मिश्रा टेनी के विषय में सवाल करते हुए कहा, “अगर पिता मंत्री बने रहेंगे तो किसी को नहीं लगता कि निष्पक्ष जांच हो भी पाएगी। तो इसमें मोदी जी और अमित शाह जी को क्या आपत्ति है। जब तक जांच चल रही है तब तक गृह राज्य मंत्री को हटा दीजिए, क्लीन चिट मिल जाए तो दोबारा बना दीजिएगा।”

सुप्रिया श्रीनेत का जवाब देते हुए भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा, “गाजर मूली की तरह 84 के दंगों में कत्ले आम किसने मचाया था, नरसंहार किसने करवाया था, जगदीश टाइटलर और सज्जन कुमार। एफआईआर नहीं कर पाए थे, लेकिन 35 साल बाद न्याय मोदी जी ने दिलवाया था। मनमोहन जी का नाम कोलगेट स्कैम में आ गया था, उस वक्त सीबीआई ने रिपोर्ट बदल दी थी।”