बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए और महागठबंधन में जबरदस्त टक्कर देखने को मिली। एनडीए 125 सीटें जीतकर बिहार में सरकार बनाने जा रही है। हालांकि नीतीश सरकार के कई मंत्री और एनडीए के कई बड़े नेता चुनाव हार गए हैं। इतना ही नहीं एनडीए के घटक दल विकासशील इंसाफ पार्टी (वीआईपी) के अध्यक्ष मुकेश सहनी को भी हार का सामना करना पड़ा है।
आरजेडी के उम्मीदवार से हारे मुकेश सहनी
बिहार की राजनीति में ‘सन ऑफ मल्लाह’ के नाम से प्रसिद्ध मुकेश सहनी सिमरी बख्तियारपुर से चुनावी मैदान में उतरे थे। सिमरी बख्तियारपुर सीट पर मुकेश सहनी को आरजेडी के युसुफ सलाउद्दीन से 1,759 वोटों से हार का सामना करना पड़ा। निषादों के नेता माने जाने वाले मुकेश सहनी को 73,925 वोट मिले। एलजेपी के एनडीए से अलग लड़ने का नुकसान मुकेश सहनी को भी उठाना पड़ा। सिमरी बख्तियारपुर सीट पर लोजपा के उम्मीदवार संजय कुमार सिंह को 6,962 वोट मिले। यही मुकेश सहनी की हार का अहम कारण माना जा रहा है।
मुकेश सहनी की पार्टी ने जीतीं 4 सीटें
विकासशील इंसाफ पार्टी के अध्यक्ष मुकेश सहनी बेशक चुनाव हार गए पर उनकी पार्टी ने इस विधानसभा चुनाव में 4 सीटों पर जीत दर्ज की है। उनकी पार्टी का यह पहला विधानसभा चुनाव था इस लिहाज से इस प्रदर्शन को ठीक-ठाक माना जा रहा है। अब उनकी बिहार की सरकार में हिस्सेदारी तय मानी जा रही है। चुनाव से ठीक पहले भाजपा ने मुकेश सहनी की वीआईपी को अपने कोटे से 11 विधानसभा सीटें दी थीं।
चुनाव से पहले छोड़ा था महागठबंधन का साथ
वीआईपी के अध्यक्ष मुकेश सहनी चुनाव से ठीक पहले महागठबंधन का साथ छोड़कर एनडीए में शामिल हो गए थे। दरअसल मुकेश साहनी का महागठबंधन की पार्टियों के साथ सीटों को लेकर तालमेल नहीं बन पाया था। इसके बाद भाजपा ने अच्छी खासी सीटें ऑफर की थीं।
फिल्मों के सेट डिजाइन करते थे मुकेश सहनी
राजनीति में एंट्री से पहले मुकेश सहनी मुंबई में बॉलीवुड फिल्मों के सेट डिजाइनर थे। इसके लिए मुकेश साहनी ने एक इवेंट मैनेजमेंट कंपनी भी खोली थी जिसका नाम उन्होंने ‘मुकेश सिने वर्ल्ड प्राइवेट लिमिटेड’ रखा था। शाहरुख खान की सुपरहिट फिल्म ‘देवदास’ का सेट भी मुकेश साहनी ने ही बनाया था। 2015 विधानसभा चुनाव में मुकेश सहनी ने भाजपा के पक्ष में प्रचार किया था।