भोजपुरी सिनेमा के जुबली स्टार कहे जाने वाले दिनेश लाल यादव (Dinesh lal Yadav) उर्फ निरहुआ (Nirahua) आज किसी पहचान के मोहताज़ नहीं है। पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार में उनकी जबरदस्त फैन फॉलोइंग है। किसान परिवार में जन्में निरहुआ की स्कूलिंग कलकत्ता में हुई तो ग्रेजुएशन यूपी के गाजीपुर में की। बचपन काफी गरीबी में गुजरा। घर में बड़े होने के नाते जल्दी शादी हो गई लेकिन शादी के बाद वे ससुराल कभी नहीं गए। निरहुआ ने इसकी एक खास वजह भी बताई थी।

बता दें दिनेश लाल यादव एक ऐसे गांव से आते हैं कि जहां आज भी रूढ़िवादी परंपरा आज भी चलती आ रही है। वे खुद इस बात को कई बार बता चुके हैं। इसी संदर्भ में अपनी बात रखते हुए निरहुआ ने अपने ससुराल से जुड़ा किस्सा बताया था। निरहुआ ने एक इंटरव्यू में बताया था कि वे आज तक अपनी ससुराल इसलिए नहीं गए क्योंकि उनके गांव में माना जाता था कि अगर किसी लड़के की शादी हो गई और वो ससुराल बार-बार जा रहा है तो लोग मजा लेने लगते थे। उन्होंने आगे कहा था कि कहीं लोग उन्हें बार-बार ये कह कर छेड़ने न लगें कि ये तो शादी के बाद से ससुराल में ही टिका रहता है। इसलिए आजतक ससुराल नहीं गए।

इतना ही निरहुआ ने इसके पीछे की एक और वजह बताई। उन्होंने बताया कि उनके पिता जी और दादा जी भी कभी अपने ससुराल नहीं गए थे। यह परंपरा ही बन गई थी और यही वजह रही कि इस परंपरा का उन्होंने भी पालन किया। निरहुआ ने इस बाबत ससुराल से जुड़ा एक किस्सा भी बताया था।  उन्होंने बताया कि उनकी कि पत्नी को भी अच्छा नहीं लगता कि मैं ससुराल जाऊं। वे बताते हैं कि उनसे पहले जिस शख्स से मंशा देवी (निरहुआ की पत्नी) की शादी होने वाली थी वो एक बार ससुराल चला गया था जिसके बाद शादी ही टूट गई थी।

बता दें दिनेश लाल के तीन बच्चे हैं। उन्होंने ‘चलत मुसाफिर मोह लिया रे’ से भोजपुरी सिनेमा में कदम रखा था। हालांकि उन्होंने 2008 में आई फिल्म ‘निरहुआ रिक्शावाला’ से सफलता का स्वाद चखा। आम्रपाली दुबे के साथ निरहुआ की जोड़ी को काफी पसंद किया जाता है। वे आम्रपाली दुबे के साथ पटना से पाकिस्तान, निरहुआ हिंदुस्तानी, निरहुआ हिंदुस्तानी 2, निरहुआ हिंदुस्तानी सहित 30 से अधिक फिल्मों में काम कर चुके हैं।