Ashoke Pandit, Priyanka Gandhi: विकास दुबे एनकाउंटर मामले में सोशल मीडिया पर ढेरों रिएक्शन सामने आ रहे हैं। वहीं प्रियंका गांधी ने भी विकास दुबे एनकाउंटर पर एक पोस्ट किया। जिसमें उन्होंने सवाल करते हुए लिखा- ‘अपराधी का अंत हो गया, अपराध और उसको सरंक्षण देने वाले लोगों का क्या?’ इस पर फिल्म मेकर अशोक पंडित ने प्रियंका गांधी को जवाब देते हुए कहा- ‘चिंता मत करिए मैडम, हजारों सिखों का नरसंघाक करने वालों को भी सजा बहुत जल्दी मिलेगी। इनमें से एक को तो आपने हाल ही में मध्यप्रदेश का मुख्यमंत्री भी बना दिया था।’
अशोक पंडित के इस ट्वीट बाद से कमेंट बॉक्स पर कमेंट्स की बाढ़ सी आ गई। एक यूजर ने कहा- ‘ईट का जवाब पत्थर से।’ एक यूजर ने कहा- ‘शायद अमेठी कांड(सुकन्या देवी) के बाद भी कुछ ऐसा ही हुया था। सुकन्या का पूरा परिवार ही भाग गया था, जो कभी किसी के सामने नहीं आ पाया। पता है क्यों वहां नाम राहुल गांधी का आ रहा था। जो भी गांधी परिवार के खिलाफ कुछ भी बोलेगा वो दुनिया की नजरों से ऐसे ही भाग जाता है।’
एक ने अशोक पंडित की बात का समर्थन करते हुए कहा- बिल्कुल सत्य पंडित जी। तो किसी ने कहा- ”योगीजी जो वादा करते हैं.. पूरा करके ही मानते हैं।” यूजर ने भड़कते हुए लिखा- ”सिख दंगों में बेकुसूर लोगों की हत्या करने वाले हत्यारे, कांग्रेस व उसके टॉप मोस्ट लीडरशिप के संरक्षण में न केवल दिन बीताते रहे बल्कि राजनीति करते करते उच्च पदस्थ भी रहे। न उनका बाल बांका हुआ, न उनके संरक्षकों का। लेकिन योगी सरकार में अपराध और अपराधियों व उनके संरक्षकों का जीना हराम हो गया है।”
https://twitter.com/ashokepandit/status/1281453956967698432?s=19
अशोक ने इस दौरान दो और ट्वीट किए जिनमें उन्होंने लिखा- ‘बहुत जल्दी देश की रुदालियां #VikashDubey की मौत के शोक में अपनी छाती पीटेंगे जैसे कोई फ़्रीडम फ़ाइटर मर गया हो ! यह वो ही पत्रकार, अर्बन नक्षल, कांग्रेसी हैं जो उन ८ police कर्मियों की मौत पर ख़ामोश थे!’ दूसरे पोस्ट में अशोक पंडित ने यूपी सरकार और यूपी पुलिस को शुक्रिया कहा साथ ही लिखा कि अब उन 8 जवानों की रूह को शांति मिली होगी।
इन ट्वीट्स पर एक यूजर ने लिखा – ‘बीजेपी ने फेक एनकाउंटर कर के अपने बेईमान नेताओं और मंत्रियों को ईमानदारी पूर्वक बचा लिया…।’ एक ने कहा- ‘विकास दुबे मारा गया और अपराध के एक आका का अंत !!! पर सवाल अब भी वही कि मुख्तार अंसारी और अतीक का नम्बर कब ?’