नुपुर शर्मा के बयान के बाद पूरे देश में जोरदार हंगामा हो रहा है। शुक्रवार (10 जून) को नमाज के बाद देश के कई हिस्सों में पथराव हुआ, हंगामा हुआ। सोशल मीडिया पर कई ऐसे वीडियो सामने आए जिसमें साफ दिखाई दे रहा है कि विरोध प्रदर्शन के नाम पर जमकर उत्पात मचाया जा रहा है। अब लोग इस घटना की तुलना कश्मीर के हालात से करते हुए सरकार पर तंज कस रहे हैं। फिल्ममेकर अशोक पंडित ने देश में हुए हंगामे और पत्थरबाजी की तुलना कश्मीर से करते हुए कार्रवाई की मांग की है।

अशोक पंडित ने ट्विटर पर लिखा कि “आज पूरा हिंदुस्तान मुझे १९९० का कश्मीर लग रहा था! कश्मीर को हिंदुस्तान बनाने के बजाए इस सरकार की नाक के नीचे पूरा हिंदुस्तान आज कश्मीर हो गया! अगर सरकार इस पर आज कार्रवाई ना करे तो देश का भविष्य बहुत अंधकार में है!” सोशल मीडिया पर लोग अशोक पंडित के इस ट्वीट पर अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।

लोगों की प्रतिक्रियाएं: अभिनय नाम के यूजर ने लिखा कि ‘पंडित जी ये सरकार भी सिर्फ बेवकूफ बना रही है जनता को, ध्रुवीकरण करके वोट बटोरने हैं। लगता है कश्मीर फाइल तो दोबारा बनने लगी है, इनकी ही सरकार में।’ कुमार विनोद नाम के यूजर ने लिखा कि ‘कश्मीर फाइल फिल्म के दौरान तो बहुत हंगामा किया था ट्विटर पर और टीवी चैनल पर। अब कहां गए वे सभी लोग जैसे कि विवेक अग्निहोत्री और अनुपम खेर साहब, किसी को कोई फर्क नहीं पड़ता।’ 

एक यूजर ने लिखा कि ‘देश की जनता ने अपने मतदान के द्वारा एक मजबूत सरकार चुन कर दिया था ताकि वो बिना झिझक कड़े फैसले ले सकें लेकिन ये तो मजबूर सरकार बन कर रह गयी।’ विकास नाम के यूजर ने लिखा कि ‘यह गवर्नमेंट पूरी तरीके से फेल हो चुकी है, आए दिन कहीं ना कहीं दंगे होते देख सरकार ने आंखें बंद कर ली है, कोई जवाब नहीं और ना ही कुछ करती है।’ डी पाण्डेय नाम के यूजर ने लिखा कि ‘एक्शन लेना तो दूर भाजपा अपना स्टैंड तक नहीं ले रही है। नूपुर को पार्टी से निकाल कर मोदी ने अपनी कमजोरी दिखा दी।’

बता दें कि पैगंबर मोहम्मद को लेकर नुपुर शर्मा और नवीन कुमार जिंदल ने टिप्पणी की थी। इसके बाद माफी की मांग की जा रही थी। कानपुर में बवाल होने के बाद खाड़ी देशों ने इस पर कड़ी आपत्ति जताई और सरकार से माफी की मांग की। इसके बाद भाजपा ने नुपुर शर्मा और नवीन कुमार जिंदल पर कार्रवाई की थी। हालांकि दोनों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर लोग 10 जून को कई जगहों पर उग्र प्रदर्शन करते नजर आए। इसी पर अशोक पंडित ने तंज कसा है।