महाराष्ट्र विधान सभा सचिवालय द्वारा विशेषाधिकार हनन का नोटिस जारी करने और 10 मिनट के अंदर असेंबली में पेश होने के खिलाफ रिपब्लिक टीवी के प्रधान संपादक अर्नब गोस्वामी ने मोर्चा खोल दिया है। अर्नब ने अपने शो पूछता है भारत में नोटिस का मुद्दा उठाते हुए महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे के खिलाफ नारे लगाने लगे। साथ ही कांग्रेस नेता मनोज तिवारी पर भी भड़ास निकाली।
अर्नब कांग्रेस नेता मनोज तिवारी से कहते हैं कि तीन चार किस्म के पत्रकार होते हैं। एक वो जो दिल्ली के लुटियन में बैठकर व्हीस्की सोडा पीते रहते हैं। इनकी रीढ़ की हड्डी नहीं होती। दूसरे तरह के पत्रकार वे हैं जो बिकाऊ हैं। तीसरे किस्म के पत्रकार दलाल हैं जो हाथरस में झूठ फैलाते हैं। और आप ने हमसे पंगा लिया है तो हमसे ही जवाब लेना पड़ेगा। दूसरे चैनल के संपादक को नोटिस जाता तो उन्हें डर लगता कि कहीं गिरफ्तार ना हो जाएं लेकिन आपने हमको नोटिस भेजा तो दुनिया के सामने हमने रख दी।
अर्नब आगे चीखते हुए कहते हैं कि हम डरने वालों में से नहीं हैं। हम चुप बैठने वालों में से नहीं हैं। इसलिए हम तीन बातें कहते हैं। इसके बाद अर्नब गोस्वामी जोर जोर से उद्धव ठाकरे के खिलाफ नारे लगाने लगते हैं। और कहते हैं- उद्धव जी की दादागिरी नहीं चलेगी, नहीं चलेगी। उद्धव जी की दादाशाही नहीं चलेगी, नहीं चलेगी। उद्धव जी की मनमानी नहीं चलेगी, नहीं चलेगी। डाउन, डाउन, डाउन, डाउन। बेबी पेंग्विन डाउन डाउन।
वहीं कांग्रेस नेता मनोज तिवारी पर चिल्लाते हुए कहते हैं कि मैं और चिल्लाऊंगा। अर्नब कहते हैं कि मुझे डराओगे। 10 मिनट की नोटिस पर आज पूरा भारत खड़ा हो जाए। अर्नब कहते हैं कि इनको उल्टा जवाब देने का समय आ गया है। क्या ड्राम है। 10 मिनट की नोटिस। दादागिरी करोगे मुझसे। दुबई वाले भाई के सामने पिघल जाते हो। सॉरी बोलो, सॉरी बोलो।
गौरतलब है कि महाराष्ट्र विधान सभा सचिवालय ने रिपब्लिक टीवी के प्रधान संपादक अर्नब गोस्वामी को विशेषाधिकार हनन का नोटिस जारी किया और 10 मिनट के अंदर उन्हें असेंबली में पेश होने को कहा गया। अर्नब के खिलाफ चौथी बार महाराष्ट्र असेंबली में हाज़िर होने का नोटिस जारी किया गया। अर्नब गोस्वामी पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार का अपमान करने का आरोप है। इस विशेषाधिकार हनन की नोटिस के ख़िलाफ़ रिपब्लिक टीवी सुप्रीम कोर्ट पहुंचा है और उसे चुनौती दी है।
