आज तक की लाइव डिबेट में चित्रा त्रिपाठी के सामने किसान नेता राकेश टिकैत मोदी सरकार पर बिफरते नजर आए। गुस्साते हुए उन्होंने कहा कि ‘अब तो देश में किसान क्रांति होगी।’ चित्रा त्रिपाठी ने राकेश टिकैत से इस बीच सवाल किया कि आप कभी बंगाल पहुंच जाते हैं, कभी देश के दूसरे हिस्से में पहुंच जाते हैं, फिर आप किसी भी मोर्चे संग जुड़ जाते हैं तो सवाल तो खड़े होगे ना आपकी मंशा पर भी? अब आप यूपी का नया राग लेकर सामने आ गए हैं।

इस पर बीकेयू नेता राकेश टिकैत जवाब देते हैं, ‘अच्छा! वे अगर चुनाव लड़ें तो राग नहीं मिशन है, और अगर हम चुनाव की बात करें तो वह राग है, अगर ऐसा है तो फिर तो हम यही राग सुनाएंगे!’ राकेश टिकैत बोले- देश की जनता ने उनको वोट दिया है, हम नहीं देंगे वोट, राग सुनाएंगे। कोई जबरदस्ती है क्या? या कोई गुंडागर्दी है? हम किसी के साथ नहीं जाएंगे हमारे भरोसे कोई न रहे कि हम किसी के साथ जाएंगे।

उत्तर प्रदेश में चुनाव लड़ने के सवाल पर राकेश टिकैत ने कहा- ‘देखिए हमें नहीं पता कि कौन किसके साथ जा रहा है, हम बस इसमें लगे हैं कि किसान आंदोलन कैसे आगे बढ़ेगा, देश के किसान का भला कैसे होगा। समाधान कैसे होगा?’ देखें आगे क्या बोले राकेश टिकैत:-

राकेश टिकैत ने आगे कहा- ‘समाधान होगा बातचीत करके सरकार से। हम सरकार से बातचीत करना चाहते हैं। सरकार किसी की भी आजाए। पूरे मामले में दिक्कत क्या हुई कि ये जो सरकार बनी ये किसी पार्टी की सरकार नहीं है, किसी पार्टी की सरकार होती तो वो जरूर बातचीत करती। लेकिन सरकार को तो कंपनी चला रही है। और कंपनी को होता है नुकसान तो इसलिए सरकार बातचीत नहीं कर रही।’

राकेश टिकैत की बात पर एक यूजर ने कमेंट कर दीपक नाम के यूजर ने कहा- ‘भारतीय किसान यूनियन और बाकी लेबर यूनियन व आम जनता का यह एक जन-आंदोलन बनता जा रहा है। भारत सरकार की किसान व जनता विरोधी नीतियों को विरोध राजनीतिक रुप से किया जाना आवश्यक है। ऐसा करना – भाजपा का नहीं ‘ सरकार की जनविरोधी नीतियों का विरोध है।

एक यूजर ने गुस्साते हुए कहा- टिकैत को भाव न दो। मैं ऐक किसान परिवार से हूं और मुझे इन टिकैत जैसे लोगों की ज़रूरत नहीं है। सरकार ने जो किया हमारे हित में किया है। सत्यम सिंह नाम के यूजर ने कहा- ‘जो सत्ता में हैं वो सियासत कर सकते हैं, मगर जिन्होंने सत्ता दिलवाई वो सियासत नहीं कर सकते’?